Maharashtra Government Formation:  आदित्य ठाकरे को ढाई साल सीएम बनाने की मांग पर बीजेपी से किनारा करने वाली शिवसेना के खेमे से बड़ी खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिवसेना आदित्य ठाकरे और उद्धव ठाकरे दोनों को ही मुख्यमंत्री न बनाने पर भी विचार कर रही है। सूत्रों के हवाले से लिखी गई रिपोर्ट में दो नए नामों पर विचार किए जाने की बात सामने आई है। फिलहाल शिवसेना को पांच साल तक मुख्यमंत्री पद मिलेगा या ढाई साल तक इस पर अंतिम मुहर नहीं लगी है। चुनावी नतीजों के दिन से ही लगातार तीखे हमले कर रहे संजय राउत (Sanjay Raut) का नाम भी चर्चा में है।

इन दो नामों पर है चर्चाः इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक शिवसेना पार्टी के दो पुराने चेहरों एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई के नाम पर चर्चा कर रही है। दरअसल पार्टी के एक नेता के हवाले से खबर सामने आई है, ‘ढाई-ढाई साल तक मुख्यमंत्री पद का बंटवारा किए जाने की स्थिति में शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे क्योंकि यह उनके पद के अनुरुप नहीं होगा। वहीं आदित्य ठाकरे पहली बार विधायक बने हैं और वह खुद कैबिनेट से दूर रहना चाहते हैं। सीएम या मंत्री बनने से पहले सीखना चाहते हैं।’

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2 बजे महा-बैठक में फैसलाः गौरतलब है कि शुक्रवार (22 नवंबर) को पहले ठाकरे शिवसेना विधायकों के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद दोपहर करीब 2 बजे कांग्रेस-एनसीपी के साथ शिवसेना की बैठक हो सकती है। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद सरकार गठन का ऐलान हो सकता है।

मराठी अस्मिता पर हुई जंगः शिवसेना और एनसीपी ने इस चुनाव में बने अनोखे गठबंधन के बचाव में मराठी अस्मिता को जमकर मुद्दा बनाया। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा, ‘आखिर पवार साहब (Sharad Pawar) ने चाणक्य (Amit Shah) को मात दे ही दी। दिल्ली का तख्त महाराष्ट्र को झुका नहीं पाया।’ बता दें कि इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत भी लगातार बयान देते रहे हैं। उन्होंने भी इसे महाराष्ट्र बनाम दिल्ली में ताकत का मसला बनाया।