राफेल डील पर मोदी सरकार को भले ही सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई है, लेकिन विरोधियों के बाद अब अपनों ने भी भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिसके पास कोई अनुभव नहीं, उसे ठेका दे दिया गया। ठाकरे ने कहा, “एक कंपनी जिसके पास कोई अनुभव नहीं था, उसे राफेल डील का कांट्रैक्ट दे दिया गया। हमारे देश के सिपाहियों को ज्यादा वेतन मिलना चाहिए जिसे आप नहीं दे रहे हो, लेकिन आप हथियार और गोला-बारुद खरीदने में घोटाला कर रहे हो।” महाराष्ट्र के पंढ़रपुर रैली में उद्धव ठाकरे ने मोदी सरकार पर सीधा हमला किया। पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि चौकीदार ही चोर बन गया है। इस रैली में 5 लाख शिवसैनिकों के शामिल होने का दावा किया जा रहा है। बता दें कि सबसे पहले कांग्रेस ने कहा था कि चौकीदार ही चोर है।
ठाकरे ने कहा, “भाजपा राफेल डील के भ्रष्टाचार में शामिल है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि किसानों की आय दोगुनी होगी, लेकिन अब चुनाव आने वाला है और किसानों की आय नहीं बढ़ी हैै। दरअसल, वह एक चुनावी जुमला था। प्रधानमंत्री के पास दूसरे देशों में जाकर चेहरा चमकाने का वक्त है, लेकिन उनके पास महाराष्ट्र के किसानों के पास जाने का समय नहीं है। वे एक बार यहां आए भी और कई वायदे किए। प्रदेश को 8 हजार करोड़ देने की बात कही। लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं किया गया।”
राम मंदिर पर भी तेवर तल्ख: राम मंदिर के मुद्दे पर ठाकरे ने कहा, “30 साल होने को हैं और अभी भी आप यह कहते हैं कि यह मामला कोर्ट में है। हिंदू मासूम हैं, लेकिन मूर्ख नहीं। राम मंदिर के मुद्दे पर संसद में बहस होनी चाहिए। इससे यह साफ हो जाएगा कि एनडीए में इस मुद्दे पर आपके पक्ष में कौन-कौन है। भाजपा को नीतीश कुमार और रामविलास पासवान से भी राम मंदिर को लेकर उनकी राय पूछनी चाहिए। लेकिन केंद्र सरकार इस मामले पर कुंभकर्णी निद्रा में सो रही है। हम जल्द ही वाराणसी जाएंगे और राम मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन तेज करेंगे। यदि भाजपा राम मंदिर निर्माण को लेकर कोई फैसला नहीं लेती है तो हम आगामी लोकसभा चुनाव में गठबंधन में शामिल नहीं हो सकते हैं।”
तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा द्वारा सत्ता गंवाने पर तंज करते हुए ठाकरे ने कहा, “यह इस बात की ओर संकेत देता है कि अब राष्ट्रीय पार्टियां काम नहीं आएंगी।” उन्होंने आगे कहा, “भाजपा ने मस्जिद तोड़ी और सत्ता में चली आई लेकिन अब आगे का काम नहीं हो रहा है। सोहराबुद्दीन केस में तो खुद को बचा लिया लेकिन बाबरी मस्जिद का मामला अधर में लटका हुआ है। मैं राज्य की जनता से अपील करता हूं कि वे शिवसेना को सत्ता में लाने का काम करें। शिवसेना ही राज्य की तमाम परेशानियों को दूर करेगी।”