जम्मू कश्मीर में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हुए आतंकवादी हमले ने देश को एक बार फिर स्तब्ध कर दिया है। यह हमला जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में रविवार शाम को हुआ। जानकारी के मुताबिक बस में अधिकतर यात्री उत्तर प्रदेश के थे। जब गोलियां चली तो बस खाई में जा गिरी। अभी तक इस घटना में 10 लोगों की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हुए हैं। जानकारी यह है कि बस पर लगभग 30 गोलियां बरसाई गई जिससे बस का संतुलन बिगड़ गया और बस खाई में जा गिरी।

सेना की वर्दी पहनकर आए थे आतंकी

बस में मौजूद घायलों के मुताबिक वह शिवखोड़ी से दोपहर में दर्शन कर लौट रहे थे। सफर शुरू हुए आधा घंटा ही बीता था कि एक आतंकी सेना की वर्दी पहने अचानक बस के आगे आ गया और कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही गोलियां चलने लगीं। हर तरफ चीख-पुकार थी, बस का नियंत्रण खराब हुआ और बस खाई में जा गिरी। खाई में गिरी बस पर भी फायरिंग होती रही। जब मामला थोड़ा शांत हुआ तो आतंकी भाग गए और आसपास से गुजर रहे लोगों को लगा कि किसी तरह का सड़क हादसा हुआ है। बचाव टीम को बुलाया गया और लोगों को बस से निकाला गया।

हादसे की जगह से गोलियों के खोखे बरामद किए गए हैं। यह खोखे इंसास राइफल के बताए जा रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यही आतंकी पहले भी कुछ मामलों में शामिल रह चुके हैं। जानकारी मिली है कि आतंकी सेना की वर्दी में वहां आए थे।

गृहमंत्री ने कहा-बख्शे नहीं जाएंगे आतंकी

इस पूरी घटना पर जहां एक तरफ विपक्ष सवाल उठा रहा है और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सुरक्षा के मामले में चूक को लेकर सवाल खड़े किए हैं तो वहीं अमित शाह ने कहा कि दोषी बख्शे नहीं जाएंगे। अमित शाह ने कहा-“हमले की घटना से दुखी हूं,जम्मू-कश्मीर के डीजीपी और राज्यपाल से जानकारी ली है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून के शिकंजे में लिया जाएगा।”