साईं बाबा की जन्मस्थली को लेकर शिरडी में गर्माए विवाद में अब नया मोड़ आया है। शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान पर उनकी ही पार्टी में बगावत हो गई है। शिरडी से पार्टी के सांसद सदाशिव लोखंडे ने उनके बयान को गलत करार दिया, इसके बाद सीएम के रुख में भी नरमी नजर आई है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोमवार (20 जनवरी) को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इस संबंध में शिरडी साईं मंदिर के प्रतिनिधिमंडल के साथ एक बैठक करेंगे।
बगावत के बाद यूं बदला शिवसेना का रुखः श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट, शिरडी के सीईओ डीएम मुगलीकर ने एक बयान में बताया, ‘बंद के दौरान साईं मंदिर आने वाले श्रद्घालुओं के लिए खाने और रहने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को एक बैठक बुलाई है।’ बता दें कि इससे पहले शिरडी से ही शिवसेना के सांसद सदाशिव लोखंडे ने अपनी पार्टी के प्रमुख उद्धव ठाकरे के बयान पर असहमति जाहिर की थी।
क्या बोले थे पार्टी के सांसदः सांसद लोखंडे ने मीडिया से बातचीत में कहा था, ‘पहले मैं शिरडी का हूं, साईं भक्त हूं और उसके बाद शिवसेना सांसद हूं। उद्धव ठाकरे ने गलत बयान दिया है। साईं भक्तों को बंद की वजह से हुईं असुविधाओं के लिए मुझे खेद है। मैं मुख्यमंत्री से इस संबंध में फिर से बात करूंगा। बाबा ने कभी धर्म और जात नहीं बताए।’
उद्धव के इस बयान पर हुआ विरोधः दरअसल उद्धव ने परभणी के पाथरी गांव को साईं बाबा का जन्म स्थान बताया था, इसके साथ ही उन्होंने पाथरी के विकास के लिए 100 करोड़ रुपए देने का भी ऐलान किया था। इसके बाद शिरडी के लोगों ने सीएम के बयान का विरोध किया था और गांव में मीटिंग करने के बाद अनिश्चितकाल के लिए शिरडी बंद का ऐलान किया था।

