हिमाचल प्रदेश में संजौली और मंडी में सामने आए मस्जिद से जुड़े विवाद के बाद अब हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के माइनॉरिटी विंग का एक बयान सामने आया है। जानकारी के मुताबिक माइनॉरिटी विंग के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की है। इस मुलाकात में उन्होंने एक पार्टी नेताओं को एक खास समुदाय को निशाना बनाकर और मस्जिदों के पास प्रदर्शन करके राज्य में पैदा किए जा रहे डर के माहौल से अवगत कराया है।
स्टेट माइनॉरिटी विंग के अध्यक्ष इकबाल मोहम्मद के नेतृत्व में दिल्ली पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में अलग-अलग मस्जिदों के इमाम भी शामिल थे। वह यहां कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल और अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी से मिलने पहुंचे थे।
माइनॉरिटी विंग ने क्या कहा?
कांग्रेस माइनॉरिटी विंग ने कहा कि हिंदू संगठनों द्वारा मस्जिदों के सामने किए गए प्रदर्शनों के कारण हालात तनावपूर्ण हो गए हैं और माहौल को खराब करने और मुसलमानों में डर पैदा करने की कोशिश की जा रही है। माइनॉरिटी विंग के अध्यक्ष इकबाल मोहम्मद ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सभी धर्मों के लोगों को साथ लेकर चलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कुछ तत्व माहौल को खराब करने और सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके बयान के मुताबिक बयान केसी वेणुगोपाल ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से फोन पर बात की है।
पिछले सप्ताह शिमला के संजौली में एक मस्जिद के एक हिस्से को गिराने की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान दस लोग घायल हो गए थे। इस ही तरह मंडी में पुलिस ने कस्बे में एक मस्जिद के अनधिकृत हिस्से को गिराने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछारें की थीं और हालात तनावपूर्ण हो गए थे।
इमरान प्रतापगढ़ी ने दी जानकारी
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने सोशल साइट एक्स पर लिखा, “हिमाचल प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल के साथ कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाक़ात की और वहां की परिस्थिति से अवगत कराया, वेणुगोपाल जी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी जी के मुहब्बत के संदेश को ज़मीनी स्तर पर लागू करने के लिये प्रतिबद्ध है, कांग्रेस शासित किसी भी राज्य में नफ़रत के लिये कोई जगह नहीं है।”