शीना बोरा हत्याकांड के तीनों प्रमुख आरोपियों इंद्राणी मुखर्जी, संजीव खन्ना और इंद्राणी के पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय को खार पुलिस ने सोमवार को बांद्रा की अदालत में पेश किया। अदालत ने सरकारी और बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद तीनों आरोपियों को पांच सितंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। इस दौरान इंद्राणी मुखर्जी की बेटी विधि मुखर्जी उनसे मिलकर रोने लगी।

सोमवार को अदालत में इंद्राणी मुखर्जी और संजीव खन्ना की बेटी विधि मुखर्जी भी उपस्थित थी। वह परिवार के अन्य सदस्यों के साथ आई थी। विधि को अपनी मां से मिलने की इजाजत मिल गई थी। संजीव खन्ना और इंद्राणी मुखर्जी की बेटी विधि विदेश में पढ़ रही है। इंद्राणी के वर्तमान पति पीटर मुखर्जी ने विधि को विधिवत गोद लिया है। सोमवार को जब विधि ने अदालत में अपनी मां की हालत देखी तो भावनाओं पर काबू नहीं रख पाई और फूट-फूट कर रो पड़ी।

सोमवार को पुलिस ने तीनों आरोपियों को चीफ मेट्रोपोलिटिन मजिस्ट्रेट एसएम चंदगाडे की अदालत में पेश करने से पहले कुछ नए आरोप भी लगाए। पुलिस ने खन्ना, इंद्राणी और ड्राइवर पर मिखाइल बोरा को जान से मारने की कोशिश (दफा 307) के अलावा जहर प्रयोग करने (दफा 328) जैसे नए आरोप लगाए। ये आरोप पुलिस ने इंद्राणी द्वारा मिखाइल की चार बार हत्या की असफल कोशिश, उसे नशीला पेय पिलाने और इंद्राणी के घर से बरामद खाली सूटकेस मिलने के बाद लगाए।

सोमवार को अदालत में बचाव पक्ष की दलील थी कि पुलिस सुप्रीम कोर्ट के तय दिशा निर्देशों का उल्लंघन करते हुए जांच कर रही है। अदालत में संजीव खन्ना के वकील ने कहा कि खन्ना को न्यायिक हिरासत में भेजा जाना चाहिए क्योंकि सिर्फ प्रयोगशाला में भेजे गए जांच-नमूनों के नतीजों का ही इंतजार है, इसलिए पुलिस हिरासत की जरूरत नहीं है।

इंद्राणी की वकील की दलील थी कि अब तक पुलिस इंद्राणी मुखर्जी से 80-90 घंटों की पूछताछ कर चुकी है। लेकिन पुलिस ने उसे अपने मुवक्किल से निजी तौर पर सलाह मशविरे के लिए एक मिनट का समय भी नहीं दिया है। पुलिस का यह रवैया सुप्रीम कोर्ट के तय दिशा-निर्देशों का उल्लंघन और आरोपी के मौलिक अधिकारों का हनन है।

वहीं सरकारी वकील का कहना था कि पूछताछ में अभी समय लगेगा। पुलिस को संजीव खन्ना का पासपोर्ट जब्त करना बाकी है। इसके अलावा मामले से आर्थिक पहलू भी जुड़े हैं। आर्थिक लेने-देन भी हुआ है। इसे पुलिस को साबित करना है। सरकारी वकील ने कहा इस बात की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि इस मामले से कुछ और लोग भी जुड़े हों।

सरकारी वकील ने अदालत से मांग की कि आरोपियों को घर का खाना नहीं दिया जाना चाहिए, क्योंकि उसमें जहर मिले होने की संभावना हो सकती है। मगर अदालत ने इस निवेदन को खारिज कर दिया। अदालत ने बचाव पक्ष के वकीलों गुंजन मंगला और हृषिकेश मंदेरगी की इन दलीलों को भी खारिज कर दिया कि पुलिस को आरोपियों से पूछताछ करने के लिए काफी वक्त मिल चुका है।

इंद्राणी को अपनी बेटी शीना मुखर्जी की हत्या के आरोप में 25 अगस्त की रात खार पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इंद्राणी के बाद पुलिस ने उसके पूर्व पति संजीव खन्ना को भी शीना की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया। ड्राइवर पहले से ही पुलिस की गिरफ्त में था।

सोमवार को तीनों की अदालत में पेशी से ठीक पहले इंद्राणी के वकील ने पुलिस आयुक्त से इस बात की शिकायत की कि पूछताछ में इंद्राणी से मारपीट की जा रही है। पुलिस पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि शीना की हत्या इंद्राणी और संजीव ने तीन तरीकों से करने की योजना बनाई थी। शीना को मारकर अज्ञात जगह पर उसके शव को ठिकाने लगाना और यह कहना कि वह विदेश गई है। दूसरा, उसे पंखे से लटका कर आत्महत्या साबित करना और आरोप राहुल पर लगाना। तीसरा, भाड़े के हत्यारों से शीना की हत्या करवाना।

शीना के भाई मिखाइल की हत्या के लिए बीते साल भाड़े के एक हत्यारे को ढाई लाख रुपए देने की बात भी सामने आई है, हालांकि अभी तक पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। दूसरी ओर पूछताछ के दौरान संजीव खन्ना बार-बार अपने बयान बदल रहा है। कभी वह कहता है कि वह शीना की हत्या के लिए इसलिए तैयार हुआ क्योंकि इंद्राणी ने उसे बदले में अच्छा पैसा देने की बात कही थी। कभी कहता है कि वह हत्या के लिए इसलिए तैयार हुआ क्योंकि उससे इंद्राणी ने कहा था कि शीना और मिखाइल विधि मुखर्जी की हत्या करना चाहते हैं। मगर शीना की हत्या करने के बाद उसे यह बात पता चली कि शीना और मिखाइल ने कभी विधि की हत्या करने के बारे में नहीं सोचा था।

इस बीच पता चला है कि शीना के प्रेमी और सौतेले भाई राहुल को यकीन दिलाने के लिए कि शीना अमेरिका चली गई है, उसके मोबाइल फोन से मैसेज भेजे गए थे। पुलिस ने शीना के मोबाइल से उसके मरने के बाद हुए बातचीत और एसएमएस का ब्योरा जमा किया है। शीना के मोबाइल से राहुल को पांच संदेश भेजे गए थे। पहले संदेश में कहा गया था कि मैं अमेरिका जा रही हूं, मुझे ढूंढ़ने की कोशिश मत करना। दूसरा संदेश था, मैं तुमसे कोई संबंध नहीं रखना चाहती। मुझे फोन मत करना। मैं यहां खुश हूं। बावजूद इसके राहुल ने शीना को फोन किए। तब तीसरा संदेश भेजा गया, मैंने तुमसे कहा था। मेरी तुम में कोई दिलचस्पी नहीं है। क्या तुम समझे नहीं। इसके बाद राहुल का संदेह दूर करने के लिए चौथा संदेश भेजा, मैं अमेरिका में हूं। पांचवा संदेश राहुल को पूरी तरह से अलग करने के लिए भेजा गया। इसमें कहा गया था, मैंने एक नया लड़का ढूंढ़ लिया है। मैं उसके साथ हूं। और अब मेरी तुम में कोई दिलचस्पी नहीं है। मैं अमेरिका में उसके साथ रह रही हूं।

इस बीच मई 2012 में शीना का अधजला शव मिलने के बाद रायगढ़ पुलिस ने मामला दर्ज करने में जो लापरवाही बरती थी उसकी जांच शुरू हो गई है। प्राथमिक जांच में यह बात भी सामने आ रही है कि रायगढ़ के तबके पुलिस अधीक्षक आरडी शिंदे ने पेण पुलिस को जांच रोकने का आदेश दिया था। क्या शिंदे ने यह आदेश किसी दबाव में आकर दिया था, यह जांच में स्पष्ट होना बाकी है।