तीन तलाक (Instant Triple Talaq) के खिलाफ आवाज उठाने वाली सायरा बानो शनिवार (10 अक्टूबर, 2020) को BJP में शामिल हो गईं। उत्तराखंड के देहरादून स्थित प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष बंसीधर भगत और प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार की मौजूदगी में पार्टी सदस्यता दिलाई गई। भगत ने इस दौरान कहा- बानो ने जैसे तीन तकाल के खिलाफ आवाज बुलंद की, वैसे ही वह पार्टी के सिद्धांतों को आगे ले जाएंगी। खासकर अल्पसंख्यक समुदाय में औरतों के बीच बीजेपी की पहुंच बनाने में उनका अहम योगदान रहेगा।
बानो के बीजेपी ज्वॉइन करने के बाद कहा जा रहा है कि वह चुनाव भी लड़ सकती हैं। पर हमारे सहयोगी अखबार ‘द संडे एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके लिए फिलहाल कोई भूमिका नहीं तय की गई है। बानो ने बताया- अगर उन्हें मौका मिलता है, तो वह 2022 में होने वाला उत्तराखंड चुनाव भी लड़ना चाहती हैं।
बानो ने बताया, “अगर पार्टी मुझे आगे बढ़ाती है, तब मैं बिहार से बीजेपी के लिए सियासी कार्य की शुरुआत करना चाहती हूं। मैं लोगों को बीजेपी की विचारधारा के बारे में बताऊंगी कि इसने मुझे पार्टी ज्वॉइन करने के लिए प्रेरित किया। मैं अल्पसंख्यकों के लिए किए गए बीजेपी सरकार के कामों पर चर्चा करूंगी। खासकर मुस्लिम महिलाओं और हाशिए पर पड़े समाज के अन्य लोगों के लिए। पार्टी जो काम सौंपेगी, वह करूंगी।”
तीन तलाक के खिलाफ आवाज उठाने वाली बहादुर महिला सायरा बानो जी ने आज प्रदेश कार्यालय देहरादून में प्रदेश अध्यक्ष श्री @bansidharbhagat जी एवं प्रदेश महामंत्री संगठन श्री @ajaeybjp जी की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। pic.twitter.com/1yxMbnG8pj
— BJP Uttarakhand (@BJP4UK) October 10, 2020
2018 से हैं BJP नेताओं के संपर्क मेंः बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र भसीन ने कहा, “यह पार्टी में उनका पहला दिन था। आने वाले दिनों में उनके लिए कोई भूमिका तय की जाएगी।” बानो, बिजनेस मैनेजमेंट ग्रैजुएट हैं। साल 2018 में उनकी भाजपा नेताओं से भेंट हुई थी। पर तब उन्होंने ‘कमल’ का साथ नहीं थामा था।
कौन हैं सायरा बानो?: मूल रूप से उत्तराखंड के काशीपुर से हैं। उन्होंने पहली बार Triple Talaq, Polygamy (बहु विवाह) और निकाह हलाला पर बैन की मांग उठाई थी। साथ ही इस बाबत सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी फरवरी 2016 में खटखटाया था। साल 2002 में उनका निकाह यूपी के प्रयागराज (पहले इलाहाबाद) के प्रॉपर्टी डीलर से हुआ था।
टेलीग्राम से तलाक पर पहुंची थीं SC: शादी के बाद उन्होंने ससुरालियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। दावा किया था- हर रोज जरा-जरा सी बात पर उनकी पिटाई की जाती थी। बाद में पति ने उन्हें तलाक दे दिया था। टेलीग्राम के जरिए तलाकनामा भेजा था। सायरा इस संबंध में मुफ्ती के पास पहुंची को बताया गया कि टेलीग्राम से भेजा तलाक मान्य है। फिर बानो ने सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक के रिवाज को चुनौती देते हुए याचिका दायर की थी।