अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए अतिरिक्त टैरिफ को कांग्रेस पार्टी के सांसद शशि थरूर ने अन्याय बताया है। उन्होंने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि क्योंकि हम रूस से पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स, नेचुरअल गैस और ऑयल खरीद रहे हैं, इसलिए हम पर अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया है।

उन्होंने कहा कि चीन हमसे दोगुना तेल खरीद रहा है लेकिन फिर भी उनको दोगुना समय दिया गया है। वॉशिंगटन से इसमें कोई दूसरा इशारा है, दूसरा कोई संदेश मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इसके बारे में हमारी सरकार को समझकर जवाब देना चाहिए।अगर वो लोग ऐेसे करेंगे तो हमें भी अमेरिकन एक्सपोर्ट पर 50% टैरिफ लगाना चाहिए। ये नहीं है कि कोई भी किसी भी देश में बैठकर हमको ऐसे धमकी दे सके।

शशि थरूर ने कहा कि अमेरिकी सामानों पर हमारा औसत टैरिफ 17% है। हमें 17% पर ही क्यों रुकना चाहिए? हमें इसे 50% तक भी बढ़ाना चाहिए। हमें उनसे पूछना चाहिए, क्या उन्हें हमारे रिश्तों की कद्र नहीं है? अगर भारत उनके लिए मायने नहीं रखता, तो उन्हें हमारे लिए भी मायने नहीं रखना चाहिए।

‘अमेरिका संग व्यापार पर असर पड़ेगा’

इससे पहले उन्होंने कहा कि अमेरिका द्वारा अतिरिक्त टैरिफ लगाए जाने का असर भारतीय कंपनियों के व्यापार पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका के साथ 90 बिलियन डॉलर की ट्रेड करता है है, आप सोचिए कि हर चीज अगर 50% ज्यादा महंगी होगी तो खरीदने वाले भी सोचेंगे कि भारत की चीज क्यों खरीद रहे हैं।

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शशि थरूर ने आगे कहा कि हमारे जो प्रतिस्पर्धी हैं, जिन देशों से इस किस्म की चीजें अमेरिका को भेजी जा रही हैं, जैसे – पाकिस्तान, वियतनाम, बांग्लादेश, इंंडोनेशिया, चीन – का टैरिफ भी अगर हमसे कम है तो स्वभाविक है कि उनकी चीजें कम महंगी हैं तो भारत की चीज अमेरिकन बिक नहीं पाएंगी।

मायावती ने भारत पर अमेरिकी टैरिफ को बताया ‘विश्वासघात’

बसपा अध्यक्ष मायावती ने अमेरिका द्वारा भारत पर अतिरिक्त टैरिफ लगाए जाने की आलोचना की और इस कदम को एक मित्र राष्ट्र के साथ ‘विश्वासघात बताया। मायावती ने कहा कि केन्द्र सरकार ने अमेरिका के इस फैसले को ‘अन्यायपूर्ण, अनुचित और तर्कहीन’ बताया है लेकिन देश के लोग इसे ‘डोनाल्ड ट्रंप के मित्र राष्ट्र द्वारा किया गया विश्वासघात’ मानते हैं।

उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ”ब्रिक्स देश ब्राजील की तरह ही भारत पर भी कुल मिलाकर 50% का भारी भरकम टैरिफ (शुल्क) लगाकर अमेरिका ने जो भारत को आघात पहुंचाने का प्रयास किया है, उसे भारत सरकार ने अपने संयमित बयान में अनुचित, अन्यायपूर्ण व अविवेकी बताया है।” उन्होंने कहा, “देश की जनता हालांकि मित्र देश भारत के प्रति इसे उठाए गए इस कदम को प्रथम दृष्टया विश्वासघाती एवं देश को कमज़ोर करने वाला मानती है।”

रामदास अठावले ने क्या कहा?

रामदास अठावले ने कहा – भारत और अमेरिका के बीच बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप के बीच भी बहुत अच्छे संबंध रहे हैं। अगर उन्होंने अतिरिक्त टैरिफ लगाया है, तो यह उनके देश का मामला है, उन्हें टैरिफ लगाने का अधिकार है। इसलिए, प्रधानमंत्री ने कहा है कि वे जो भी टैरिफ लगाएंगे, हम उसके लिए तैयार हैं। मेक इन इंडिया के तहत काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत दुनिया की शीर्ष चार अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। आने वाले समय में हम तीसरी अग्रणी अर्थव्यवस्था बन जाएंंगे।

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