कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने पीएम मोदी की पूजा करते हुए एक फोटो शेयर किया है। इस पोस्ट में थरूर ने लिखा है कि संकुचित राष्ट्रवाद से देश के लोकतंत्र को खतरा है। इसके बाद लोग इनके पोस्ट पर जमकर प्रतिक्रिया देने लगे। कुछ ने कांग्रेस नेता की जमकर आलोचना भी की है।

दरअसल शशि थरूर ने एक लेख भी इसके साथ शेयर किया है। लेख संकुचित राष्ट्रवाद को लेकर लिखा गया है। इस लेख को शशि थरूर ने ही लिखा है। थरूर के इसी पोस्ट पर यूजर लगातार अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं और उनकी आलोचना भी कर रहे हैं। राकेश शाह (@Rakeshshahone) नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा- “तो, अगर राष्ट्र का मुखिया किसी चर्च, मस्जिद, गुरुद्वारा या हज जाता है, तो यह अति राष्ट्रवाद होगा? प्रार्थना क्या होगी? विकृत ज्ञान बांटना बंद कीजिए”।

एक अन्य यूजर हरेंद्र सिंह (@harendrasingh16) ने लिखा- “पूजा अशोभनीय नहीं है। मोदी एक हिंदू हैं और उन्हें पूजा करने का पूरा अधिकार है। भारत में ऐसे सभी कामों को अशोभनीय कहा जाता है लेकिन मस्जिद और चर्च जाना सभ्य है। हिंदू धर्म के प्रति नफरत मत दिखाइए। इस तरह के अनुष्ठान धर्म का हिस्सा हैं”।

वहीं एक यूजर आबिद (@AbidAsad) ने थरूर के सपोर्ट में लिखा- “भारत में यह कैंसर जितना ही खतरनाक है। अगर हम इसे दूसरे चरण तक नियंत्रित कर सकते हैं तो यह अच्छा है, लेकिन अगर कैंसर फैलता है तो मृत्यु निश्चित है। अभी मोदी पाषाण युग की राह पर हैं, उस दौर के राजा केवल दो कारणों से धार्मिक स्थल बनाते हैं, पर्याप्त धन और ….. के लिए”।

पी एन मेनन (@harimadathil) नाम के यूजर ने लिखा- “पूजा करना एक निजी मामला है लेकिन इसे प्रचारित करना और वोट के लिए इस्तेमाल करना सही नहीं है। सिर्फ वोट और सत्ता के लिए धर्म और राष्ट्रवाद का यह घोर दुरुपयोग है”।

वहीं कुछ यूजर, राहुल गांधी के मंदिर जाने की फोटो भी इस ट्वीट के रिप्लाई में अटैच कर रहे हैं और इस पर शशि थरूर से जवाब मांग रहे हैं। वहीं कुछ लोगों ने पीएम मोदी की भी आलोचना की है।