राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को कहा कि हर किसी के सामने उन शक्तियों से लड़ने की चुनौती है जो जानबूझकर देश में सामाजिक और सांप्रदायिक विभाजन को उकसा रही हैं। महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में एक कार्यक्रम में शरद पवार ने कहा कि कर्नाटक में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे बताते हैं कि स्थिति धीरे-धीरे बदल रही है। उन्होंने कहा कि अगर मजदूर वर्ग मजबूत और एकजुट रहता है तो कर्नाटक विधानसभा चुनावों में जो देखा गया उसे पूरे देश में दोहराया जा सकता है। कर्नाटक में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराकर सत्ता में वापसी की है।

भाजपा पर साधा निशाना

शरद पवार ने कहा कि देश पर शासन करने वाली कुछ शक्तियां समाज में जाति और धर्म के आधार पर तनाव भड़का कर देश को अंधकार में धकेलना चाहती हैं। वे सत्ता का इस्तेमाल लोगों की भलाई के लिए नहीं बल्कि उनके बीच बंटवारा करने के लिए करते हैं। एनसीपी प्रमुख ने कहा कि चुनौती इन शक्तियों के खिलाफ लड़ने की है वरना आम आदमी तबाह हो जाएगा।

कर्नाटक का परिणाम उम्मीद देता है

शरद पवार ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे बताते हैं कि स्थिति धीरे-धीरे बदल रही है। कर्नाटक में आम लोगों की सरकार ने कमान संभाली है। कल (मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के) शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले एक लाख लोगों में से 70 प्रतिशत समाज के विभिन्न तबकों के युवा थे। नए मुख्यमंत्री सभी को साथ लेकर कमजोर वर्गों के हितों की रक्षा के लिए काम करते हैं।

उन्होने आगे कहा कि मजदूर वर्ग अगर एक जुट हो जाए तो ऐसा माहौल देश के अन्य राज्यों में भी बन सकता है। फिलहाल विपक्ष की एकजुटता को लेकर नीतीश कुमार सभी विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। कांग्रेस ने भी शपथ ग्रहण समारोह के जरिए प्रयास किया है कि विपक्षी एकजुटता का एक उदाहरण निकल कर सामने आए।