शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने पश्चिम बंगाल के विधायक हुमायूं कबीर के द्वारा बाबरी मस्जिद की नींव रखे जाने को लेकर बेहद कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘बाबर ने भारत में आकर आक्रमण किया और यह हमें पीड़ा पहुंचाने वाला काम है। आज की तारीख में अगर कोई व्यक्ति उसी के साथ अपने आप को खड़ा रखता है कि हम बाबर के लोग हैं तो बाबर जैसा ही ट्रीटमेंट उनके साथ करना चाहिए।’
पिछले कुछ दिनों में हुमायूं कबीर के 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद की तर्ज पर एक मस्जिद की नींव रखे जाने के बयानों को लेकर न सिर्फ पश्चिम बंगाल बल्कि इससे बाहर भी बड़े पैमाने पर हंगामा हो चुका है।
टीएमसी से निलंबन के बाद भी ‘बाबरी जैसी मस्जिद’ पर अड़े हुमायूं कबीर
टीएमसी ने कर दिया था निलंबित
हुमायूं कबीर के बयानों पर विवाद होने के बाद टीएमसी ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। पश्चिम बंगाल में कुछ महीने बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं और ऐसे में हुमायूं कबीर के बयानों को भाजपा ने भी बड़े पैमाने पर मुद्दा बना लिया है।
शंकराचार्य ने आगे कहा, ‘बाबर के साथ जो भी खड़ा होगा, हम उसे बाबर जैसा ही समझेंगे और आज की तारीख में बाबर के साथ जो व्यवहार होना चाहिए वही किया जाएगा।’
‘बाबरी की नींव रखेंगे, देखते हैं कौन रोकेगा?’
कोलकाता हाईकोर्ट में याचिका दायर
इस मामले में कोलकाता हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है जिसमें हुमायूं कबीर के द्वारा मुर्शिदाबाद जिले में बाबरी मस्जिद की तर्ज पर ही मस्जिद के निर्माण की आधारशिला रखने पर रोक लगाने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि इस मामले में तत्काल कार्रवाई की जाए क्योंकि हुमायूं कबीर की टिप्पणियों से सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ रहा है।
