उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को समाजवादी पार्टी सरकार पर राज्य में “हिंसा के माहौल” बनाने का आरोप लगाया। मथुरा में पुलिस के साथ संघर्ष और पश्चिमी उप्र के एक कस्ब से हिन्दुओं के ‘पलायन’ का हवाला देते हुए उन्होंने सत्तारूढ़ अखिलेश यादव सरकार पर नाकाम रहने का आरोप लगाया।
पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के पहले दिन, शाह ने पार्टी के सामने 2017 चुनावों की चुनौतियों पर भी जाेर दिया। उत्तर प्रदेश, पंजाब, गुजरात, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में होने वाले चुनावों के लिए उन्होंने कार्यकर्ताओं से तैयारी करने का आह्वान किया।
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प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के सबसे बड़े नेताओं के सामने शाह ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पिछले दो साल से सरकार को विकास के रास्ते पर बढ़ने में रुकावट पैदा कर रही है। उन्होंने भरोसा जताया कि पार्टी 2017 में उत्तर प्रदेश की सत्ता हासिल करेगी और 2019 में केन्द्र सरकार में भी वापसी करेगी।
केन्द्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी उत्तर प्रदेश चुनावों के लिए मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का नाम तय नहीं करेगी। ऐसा निर्णय सिर्फ पार्टी का संसदीय बोर्ड ही ले सकता है। उन्होंने जोर दिया कि भाजपा का पूरा जोर उत्तर प्रदेश के विकास पर है।
शाह ने अपने भाषण में दो इस्लामिक देशों- सऊदी अरब और अफगानिस्तान द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिए जाने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह मुस्लिमों के लिए साफ संदेश है जो हिंदुत्व एजेंडे की वजह से भाजपा से दूरी बनाए रखे हुए हैं।