विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के बाद असम में पहली बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है। मंगलवार दोपहर भाजपा विधायक दल के नेता सर्बानंद सोनोवाल ने मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल पद्मनाभ बालकृष्ण आचार्य ने उन्‍हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने असमिया में दो-तीन पक्तियां बोलीं। मोदी ने कहा, “मैं सर्बानंद को भली-भांति जानता हूं। सर्बानंद आदिवासी समाज में पैदा हुए नेता हैं जो अब असम की बागडोर संभालने जा रहे हैं। मधुरता, सहजता, सरलता उनके गुण हैं। मुझे विश्‍वास हैं कि वे असम के ‘सर्वानंद’ के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मैं आप लोगों को विश्‍वास दिलाता हूं कि दिल्‍ली में बैठी सरकार विकास के लिए काम करती है। दिल्‍ली सरकार भी असम सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेगी।”

सोनोवाल के शपथ लेने के बाद हेमंता बिस्‍वा सरमा ने मंत्री पद की शपथ ली। हेमंता असम के पूर्व मुख्‍यमंत्री और कांग्रेस नेता तरुण गोगोई के अच्‍छे मित्र हैं। भाजपा की अगुवाई में बनी पहली सरकार में अतुल बोरा, प्रमिला रानी, परिमत शुक्‍ल वैद्य, रंजीत दत्‍ता, चंद्रमोहन पटवारी, केशव महंता को भी मंत्री बनाया गया है।

Read more: पुत्र प्रेम ने गोगोई को हराया? 2011 में जिसे लगाई थी लताड़, वही हेमंत बिस्‍व सर्मा बने BJP की जीत के सूत्रधार

सर्बानंद सोनोवाल की ताजपोशी के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी, केन्‍द्रीय मंत्री, भाजपा शासित राज्‍यों के मुख्‍यमंत्री, भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह, पार्टी के वरिष्‍ठ पदाधिकारी समेत कई गणमान्‍य व्‍यक्ति मौजूद रहे। सोनोवाल को रविवार (22 मई) को दोपहर गुवाहाटी में नवनिर्वाचित विधायकों की एक बैठक में भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया और उन्हें राज्यपाल पीबी आचार्य ने सरकार बनाने का न्यौता दिया।

सोनोवाल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत ऑल असम स्टूडेंट यूनियन से की थी। उसके बाद वे असम गण परिषद में गए और फिर 2011 में भाजपा में। उन्हें 2012 में भाजपा की असम इकाई का अध्यक्ष बनाया गया। उन्हें जनवरी 2016 में असम के लिए भाजपा का मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया।