आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह और गोपाल राय ने बुधवार को केंद्र से गुहार लगाई कि हालात को काबू में करने के लिए उत्तरपूर्वी दिल्ली के हिंसग्रस्त इलाकों में वह सेना को तैनात करे। उन्होंने पूछा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अनुरोधों के बावजूद सीमावर्ती इलाकों को सील क्यों नहीं किया गया। संजय सिंह ने दावा किया कि हालात को काबू में करने के लिए आप सरकार हर संभव प्रयास कर रही है, साथ ही कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह महज ‘‘औपचारिकता’’ के लिए बैठकें नहीं कर सकते।
सिंह ने कहा, ‘‘गृह मंत्री जाग जाईये, आप महज औपचारिकता के लिए बैठकें बुला रहे हैं, और आपकी पार्टी के सदस्य क्या कर रहे हैं। वे हिंसा भड़का रहे हैं। महज औपचारिकता के लिए बैठकें करने से समाधान निकलने वाला नहीं है।’’ आप नेता सिंह ने आरोप लगाया कि एक ओर तो शाह बैठकें कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता उकसावे वाले बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में हालात ‘डरावने’ हैं और यह सबकुछ दिल्ली में हो रहा है, जहां कानून-व्यवस्था पूरी तरह से केंद्र के हाथों में है।
आप नेता ने कहा, ‘‘हिंसा भड़काने वाले लोगों का कोई धर्म नहीं है। हिंसा भड़काने के लिए बड़ी संख्या में बाहरी लोग दिल्ली में प्रवेश कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल के अनुरोधों के बावजूद सीमावर्ती इलाकों को सील क्यों नहीं किया गया?’’ उन्होंने दावा किया कि जब से अमित शाह गृह मंत्री बने हैं तब से शहर में कानून-व्यवस्था के हालात ‘बदतर’ हो गए हैं।
सिंह ने संवाददाताओं से कहा,”लोगों को मारा जा रहा है, दुकानें और घर जलाए जा रहे हैं। कानून-व्यवस्था गृह मंत्रालय के अधीन आती है और जब से अमित शाह गृह मंत्री बने हैं तब से चीजें बदतर हो गई हैं।” गोपाल राय ने कहा कि आप ने सभी कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे हिंसग्रस्त इलाकों के लोगों से बात करें और शांति के संदेश का प्रसार करें।
उन्होंने कहा, “दिल्ली के उप राज्यपाल ने वादा किया था कि अतिरिक्त बल तैनात किया जाएगा, थोड़े बल को तैनात भी किया गया लेकिन उसके बावजूद गोलीबारी की घटनाएं रुकी नहीं।” आप के दोनों नेताओं ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के हिस्सों में सेना की तैनाती के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा में बीते तीन दिन में कम से कम 20 लोगों की मौत हुई है और सैकड़ों लोग घायल हैं।