पिछले महीने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की गिरफ्तारी के बाद, आम आदमी पार्टी को ईडी द्वारा लगातार झटके पर झटके लग रहे थे। इस बीच आज आम आदमी पार्टी के लिए राहत की खबर आई क्योंकि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने आप के ही नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) को जमानत दे दी है। संजय सिंह अक्टूबर 2023 से जेल में थे। ईडी ने भी उनकी जमानत पर आपत्ति नहीं जाहिर की।
दिल्ली की विवादित आबकारी नीति (Delhi Excise Policy) से जुड़े केस में लगातार आप के नेता फंसते जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पहले ही वसूली से जुड़े मामले में जेल में थे। इसके बाद पहले दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को गिरफ्तार किया गया और फिर ईडी के हाथ संजय सिंह तक भी पहुंच गए। वहीं पिछले दिनों ईडी ने सीएम केजरीवाल को भी गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन अब संजय सिंह को जमानत मिलना आप के लिए राहत की खबर मानी जा रही है।
गौरतलब है कि अरविंद केजरीवाल की रिमांड को लेकर सोमवार को जब राउज एवेन्यू कोर्ट में जब ईडी दलालें दे रही थीं, तो उस दौरान यह भी कहा गया था कि अरविंद केजरीवाल ने विजय नायर के मामले में मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज का भी नाम लिया है, जिसके चलते दिल्ली में एक नया सियासी भूचाल आया था। हालांकि आज ईडी ने संजय सिंह की जमानत पर सुप्रीम कोर्ट में कोई विरोध ही नहीं किया है।
संजय सिंह पर क्या हैं आरोप
संजय सिंह की बात करें तो उन्हें 4 अक्टूबर, 2023 को नॉर्थ एवेन्यू नई दिल्ली में उनके घर पर 10 घंटे की तलाशी के बाद गिरफ्तार किया गया था। ईडी के अनुसार संजय सिंह दिल्ली के कथित शराब घोटाले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक हैं। इसमें दिल्ली में थोक शराब का कारोबार रिश्वत के बदले में निजी संस्थाओं को दिया गया था। ईडी ने कहा था कि यह शराब नीति जानबूझकर कमियों के साथ तैयार की गई थी। इसका लाभ आम आदमी पार्टी को पहुंचाया गया था।
संजय सिंह की रिमांड मांगने को लेकर ईडी ने कहा था कि संजय सिंह ने अवैध धन/रिश्वत का शोषण और लाभ उठाया है, जो शराब नीति (2021-22) घोटाले से आई थी। साथ ही गिरफ्तार दिनेश अरोड़ा से भी उनके कनेक्शनों का पता लगा था। बता दें कि दिनेश अरोड़ा एक व्यवसायी हैं जिन पर ईडी ने पहले “साउथ ग्रुप” और आप के बीच “रिश्वत का माध्यम” होने का आरोप लगाया था।
ईडी ने दावा किया था कि अरोड़ा ने जांचकर्ताओं को बताया था कि उन्होंने संजय सिंह के कहने पर कई रेस्तरां मालिकों से बात की थी, और “आगामी चुनावों के लिए पार्टी फंड इकट्ठा करने के लिए 82 लाख रुपये के चेक की व्यवस्था की थी।
सरकारी गवाह बन गया है दिनेश अरोड़ा
ईडी ने यह भी आरोप लगाया था कि अरोड़ा ने सिंह को 2 करोड़ रुपये नकद दिए थे। सीबीआई ने 2022 में अरोड़ा को गिरफ्तार किया, लेकिन वह नवंबर में मामले में सरकारी गवाह बन गया और उसे जमानत मिल गई। जुलाई 2023 में अरोड़ा को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन वह ईडी मामले में सरकारी गवाह भी बन गया।
संजय सिंह की जमानत पर सुनवाई के दौरान 30 जनवरी को दिल्ली उच्च न्यायालय में ईडी ने कहा था कि संजय सिंह लॉन्ड्रिंग के लिए एक विशेष प्रयोजन वाहन (मैसर्स अरालियास हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड) बनाने में शामिल थे।