बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के बाद राजनीतिक गलियारे में चर्चा का बाजार गर्म है। शिवसेना नेता संजय राउत ने पांडे पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि जो भी पार्टी गुप्तेश्वर पांडे का साथ देगी जनता उनपर विश्वास नहीं करेगी।
गुप्तेश्वर पांडे ने महाराष्ट्र को लेकर जो राजनीतिक तांडव किया था उसके पीछे क्या एजेंडा था अब जाहिर हो गया है। राउत ने आगे कहा कि पांडे अपने बयानों के जरिए एक राजनीतिक एजेंडा चला रहे थे। अब उन्हें इस काम के बदले में पुरस्कार मिलेगा। उधर , नौकरी से इस्तीफा देने को लेकर गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि मैंने कोई राजनीतिक पार्टी का दामन नहीं थामा है और इस पर कोई फैसला भी नहीं लिया है। जहां तक सामाजिक कार्यों का विषय है तो मैं यह काम राजनीति में आए बिना भी कर सकता हूं। मैं अब अफसरशाही के नियमों से आजाद हूं।
The party which makes him a candidate, will not be trusted by the people. The agenda behind his ‘rajkiya taandav’ over Maharashtra is clear now. He was running a political agenda with his statements over Mumbai case and he is going to receive his reward: Sanjay Raut, Shiv Sena https://t.co/uicpJsepQb pic.twitter.com/MEeG9jw0Kc
— ANI (@ANI) September 23, 2020
बता दें कि पांडे हाल में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार के नीतीश कुमार सरकार पर हमले को लेकर बिहार सरकार के बचाव के लिए सुर्खियों में रहे थे। गुप्तेश्वर पांडेय ने 2009 में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए समय से पहले सेवानिवृत्ति ले ली थी, लेकिन बाद में राज्य सरकार ने उनकी वीआरएस याचिका स्वीकार नहीं की और उन्हें पुलिस सेवा में बहाल कर दिया था।