उत्तरप्रदेश में गुरुवार को ब्लॉक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दौरान कानून व्यवस्था की जमकर धज्जियां उड़ी। कई जिलों में नामांकन कराने जा रहे प्रत्याशियों को रोकने के लिए दूसरे पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा हाथापाई, गोलीबारी और बमबाजी के हथकंडे अपनाए गए। लखीमपुर खीरी जिले में एक महिला क्षेत्र पंचायत सदस्य के साथ भी बदतमीजी की गई। उन्हें “क्या बात है कहां” कहकर रोका गया और उनके साथ धक्कामुक्की की गई और साड़ी खींचने की घटना भी हुई। कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने ब्लॉक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दौरान हुई हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया और कहा कि ये लोकतंत्र का चीरहरण है।
लखीमपुर खीरी में महिला क्षेत्र पंचायत सदस्य के साथ हुई अभद्रता और बदतमीजी के मामले को लेकर सपा नेता अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने घटना का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि ये योगी के गुंडे हैं। जानकारी के अनुसार महिला समाजवादी पार्टी की समर्थक थी और ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने जा रही उम्मीदवार की प्रस्तावक भी थीं। नामांकन केंद्र की तरफ जाने के दौरान ही कथित भाजपा कार्यकर्ताओं ने उस महिला पंचायत सदस्य को बीच रास्ते में ही रोक लिया और उसके साथ अभद्रता की और उसकी साड़ी भी खींची गई।
उत्तर प्रदेश में भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी और प्रशासनिक जंगलराज किस कदर व्याप्त है उसकी बानगी देखिये!
महिला क्षेत्र पंचायत सदस्य का चीर हरण करने का सार्वजनिक प्रयास किया जा रहा है और प्रशासन मूक दर्शक की भूमिका में है,
क्या यही है लोकतंत्र?
या ये है भाजपा का असली गुंडातंत्र? pic.twitter.com/Yljx7VgbQ5— Manish Jagan Agrawal (मनीष जगन अग्रवाल) (@manishjagan) July 8, 2021
इसके अलावा सिद्धार्थनगर जिले के इटवा ब्लॉक में उत्तरप्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय के साथ भी धक्का-मुक्की की गई। माता प्रसाद पांडेय का आरोप है कि जब वे अपनी पत्नी का नामांकन कराने पहुंचे तो पुलिस की मौजूदगी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके और उनकी पत्नी के साथ धक्का-मुक्की की। इतना ही नहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके प्रस्तावक के हाथ से पर्चा छीनकर फाड़ दिया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष की गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया।
गुरुवार को नामांकन के दौरान उत्तरप्रदेश के करीब 14 जिलों में हिंसा हुई। ब्लॉक प्रमुख चुनाव के नामांकन के दौरान हुई हिंसा पर विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जमकर हमला बोला। कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि पीएम साहब और सीएम साहब इसके लिए भी बधाई दीजिए कि यूपी में आपके कार्यकर्ताओं ने कितनी जगह बमबाजी, गोलीबारी, पत्थरबाजी की, कितने लोगों का पर्चा लूटा। कितने पत्रकारों को पीटा, कितनी जगह महिलाओं से बदतमीजी की। कानून व्यवस्था की आंख पर पट्टी बांधकर, लोकतंत्र का चीरहरण चल रहा है।
सपा नेता मनीष अग्रवाल ने लखीमपुर खीरी की घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि उत्तरप्रदेश में भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी और प्रशासनिक जंगलराज किस कदर व्याप्त है उसकी बानगी देखिये! महिला क्षेत्र पंचायत सदस्य का चीर हरण करने का सार्वजनिक प्रयास किया जा रहा है और प्रशासन मूकदर्शक की भूमिका में है, क्या यही है लोकतंत्र? या ये है भाजपा का असली गुंडातंत्र?
वहीं राज्य के एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने ब्लॉक प्रमुख चुनाव में नामांकन के दौरान हुई हिंसा को लेकर कहा कि पिछले साल की तुलना में इस बार काफी कम हिंसा हुई है। प्रशांत कुमार ने कहा कि करीब 14 जिलों से हिंसा की ख़बरें सामने आई हैं। जो भी लोग इसमें शामिल हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि गड़बड़ी करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और नामांकन के दौरान लापरवाह पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।