पिछले दिनों एक खबर आई थी कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दो हफ्ते के अपने यूएस दौरे के दौरान आर्टिफिशल इंटेलिजेंस पर बात करेंगे। लेकिन कार्यक्रम के जुड़े टेक्निकल एडवाइजर ने इसको एक झूठी खबर बताया है। टेक्निकल एडवाइजर सैम पित्रोदा ने ट्विटर पर लिखा मैंने पिछले दिनों खबरों में देखा कि राहुल गांधी यूएस आकर आर्टिफिशल इंटेलिजेंस पर बोलने वाले हैं, यह एक फर्जी खबर है।’ राहुल गांधी यूएस में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस पर बात नहीं करेंगे। पित्रोदा ने आगे बताया कि राहुल गांधी यूएस में यूनिवर्सिटी ऑफ केलिफॉर्निया, बर्कले में जाएंगे। वह वहां के स्टूडेंट और बाकी लोगों से मिलेंगे और एक भाषण भी देंगे। राहुल वहां प्रवासी भारतीयों से भी बात करेंगे।
राहुल गांधी बर्कले में यूनिर्विसटी ऑफ कैलिफोर्निया में समकालीन भारत एवं विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की आगे की राह पर व्याख्यान देंगे। भारत के पहले प्रधानमंत्री एवं राहुल गांधी के परदादा जवाहर लाल नेहरू ने 1949 में बर्कले में भाषण दिया था। राहुल गांधी की यात्रा की तैयारियों में शामिल प्रोद्यौगिकीविद् सैम पित्रोदा ने ‘पीटीआई भाषा’ से कहा, ‘‘इस यात्रा के दो मकसद हैं। पहला मकसद दिलचस्प एवं वैश्विक विचारकों से मुलाकात करके अर्थव्यवस्था, तकनीक, अवसरों पर विश्व में हो रहे घटनाक्रमों पर वार्ता करना और वैश्विक परिदृश्य पर विशेषज्ञों के विभिन्न विचारों को सुनना है।’’ पित्रोदा ने भारत के दूरसंचार क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री एवं राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी के साथ करीब एक दशक तक काम किया था।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी न्यूयार्क में प्रवासी भारतीयों से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस उपाध्यक्ष वाशिंगटन डीसी जाएंगे। उनकी ‘सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस’ के एक समारोह में थिंक टैंक समुदाय के सदस्यों को संबोधित करने की योजना है और अमेरिका-भारत व्यापार परिषद के एक अन्य कार्यक्रम में कॉरपोरेट विश्व के साथ वार्ता करेंगे।
पित्रोदा ने कहा कि राहुल गांधी सत्तारूढ़ रिपब्लिकन पार्टी के कुछ सदस्यों से भी मुलाकात कर सकते है। ‘‘इनमें से अधिकतर बैठकें छोटी और निजी होंगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह समझना चाहते हैं कि वैश्विक स्तर पर क्या हो रहा है और स्थिति का वैश्विक नजरिया क्या है।’’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कई बार अमेरिका की यात्रा की है लेकिन उनके राजनीतिक करियर में संभवत: यह पहली बार है जब वह जनसभा करेंगे, राजनीतिक नेताओं से मुलाकात करेंगे और देश में भाषण देंगे।
पित्रोदा ने कहा, ‘‘आप जानते हैं कि उन्हें बाहर जाकर अपने विचार व्यक्त करने की आवश्यकता है। आप जानते हैं कि वह अपनी यात्राओं के बारे में शायद सार्वजनिक रूप से बात नहीं करते, लेकिन मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि वह इस बार बड़ी संख्या में लोगों और विदेश में रह रहे कांग्रेस के सदस्यों से मुलाकात करें।’’उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सिलिकॉन वैली के लोगों से मिलेंगे जहां तकनीक, प्रतिभा और भारतीय ‘‘दिमागी शक्ति’’ केंद्रित है।