पांच राज्यों में चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवारों के बीच राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। इस घमासान के बीच सभी राज्यों में आदर्श आचार संहिता का जम कर उल्लंघन किया जा रहा है। आयोग ने इन शिकायतों में से विभिन्न 23,500 मामलों में प्राथमिकी दर्ज कराई है। चुनाव आयोग के मोबाइल ऐप ‘सी विजिल’ पर आ रही शिकायतों से ये हालात सामने आए हैं। अब तक पांचों चुनावी राज्यों से 25 हजार से अधिक शिकायतें आयोग के पास जा चुकी है।
आयोग के मुताबिक राज्यों में 8 जनवरी 2023 को चुनाव घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। इसके बाद से ही आयोग राज्यों में उल्लंघन के मामलों पर नजर रखे हुए हैं और इन चुनावों को शांतिपूर्ण व भयमुक्त तरीके से कराने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है। इसी पहल के तहत मतदाताओं को सी विजिल से जोड़ा गया है ताकि इन उल्लंघनों पर कड़ी नजर रखी जा सके। इस मामले में आयोग के पास 31 जनवरी तक 25,365 शिकायतें आ चुकी हैं और इन शिकायतों में 88 फीसद शिकायतों का सही पाया गया है। इन सभी मामलों की जांच राज्य स्तर पर निर्वाचन आयोग की टीम कर रही है।
नौ जनवरी से 30 जनवरी के बीच आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में 23,500 प्राथमिकी दोषी लोगों के खिलाफ संबंधित राज्यों में दर्ज की गई हैं। शिकायतों में 17,000 शिकायतें शराब समेत अन्य मामलों से संबंधित रही हैं जो करीब 70 फीसद थी। इन शिकायतों का आयोग ने निपटारा किया है। आयोग ने राज्यों में कोरोना संक्रमण संबंधित नियमों के मामले में भी लापरवाही पकड़ी है और ऐसे मामलों में 250 प्राथमिकी दर्ज की हैं।
क्या है ‘सी विजिल ऐप’
आचार संहिता उल्लंघन के मामलों पर नजर रखने के लिए आयोग ने यह मोबाइल एप्लीकेशन (ऐप) तैयार किया है। मोबाइल ऐप के माध्यम से कोई भी नागरिक अपने राज्य में हो रहे आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत सीधे आयोग को कर सकता है। यह ऐप मतदाता को अपने मोबाइल पर डाउनलोड करना होगा और इसके बाद संबंधित व्यक्ति अपने इलाके में आचार संहिता उल्लंघन से संबंधित लिखित शिकायत या उससे संबंधित फोटो ऐप पर आयोग को भेज देगा। यह ऐप मोबाइल प्ले स्टोर से आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है।
ऐसे काम करता है यह ऐप
इस ऐप पर जैसे ही कोई शहरी याा ग्रामीण मतदाता उसके क्षेत्र से संबंधित जानकारी आन लाइन देता है तो यह ऐप तुरंत सक्रिय हो जाता है और जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम से यह भी पता चल जाता है कि किस राज्य से यह शिकायत आ रही है। शिकायत करने वाले की पहचान को भी आयोग गुप्त रखता है। इस शिकायत के आधार पर आयोग संबंधित प्रत्याशी के मामले की जांच कर, उस पर कार्रवाई करता है।
क्या आता है आचार संहिता उल्लंघन में
चुनाव प्रचार के दौरान शराब बांटना, रुपए बांटना, साड़ी या वस्त्र बांटना, किसी दीवार संबंधित व्यक्ति की मंजूरी के बिना पोस्टर लगाना, अपने पक्ष में मतदान के लिए किसी भी तरह का प्रभोलन देना या प्रचार के दौरान की गई गलत ब्यानबाजी आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में आते हंैं। लगाना, अपने पक्ष में मतदान के लिए किसी भी तरह का प्रभोलन देना या प्रचार के दौरान की गई गलत ब्यानबाजी आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में आते हंै।