राम मंदिर मुद्दे को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अब अपने कार्यकर्ताओं और सहानुभूति रखने वालों को प्रशिक्षित करेगा ताकि सोशल मीडिया पर कथित ‘दुष्प्रचार अभियान’ पर प्रतिवाद किया जा सके।
बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी 20 फरवरी को यहां एक सम्मेलन में आरएसएस से सहानुभूति रखने वालों को इस मुद्दे के हर पहलु के बारे में बतायेंगे और यह भी कि ट्वीटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया पर कैसे निपटा जाए।
आरएसएस के झंडेवाला स्थित दीनदयाल रिसर्च सेंट में ‘श्रीराम मंदिर: उभरती परिस्थिति’ विषय पर सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा।
दिल्ली आरएसएस मीडिया प्रभारी राजीव तुली ने कहा कि बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी आयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के मुद्दे पर आरएसएस कार्यकर्ताओं और सहानुभूति रखने वालों के समक्ष तथ्य रखेंगे और वे सोशल मीडिया पर इन विषयों पर दुष्प्रचार रोकने में मदद करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का समाधान या तो संसद में कानून बनाकर या अदालत से ही निकाला जा सकता है और इसे सुलझाने का कोई दूसरा रास्ता नहीं है।