केरल के पलक्कड़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की आज से बैठक शुरू हुई है। यह बैठक 2 सितंबर तक चलेगी। संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक के पहले दिन सरसंघचालक मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले भी मौजूद रहे। बीजेपी की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने भी बैठक में हिस्सा लिया। आरएसएस की अखिल भारतीय समन्वय बैठक हर साल आयोजित की जाती है और यह 3 दिन की होती है।

वायनाड में संघ के कार्यों की दी गई जानकारी

बैठक से पहले वायनाड में हुए भूस्खलन की जानकारी और स्वयंसेवकों द्वारा चलाए जा रहे राहत बचाव कार्य की जानकारी सभी प्रतिनिधियों को दी गई। अगले तीन दिनों तक इस बैठक में अलग-अलग संगठनों के कार्यकर्ता अपने कार्य की जानकारी संघ को साझा करेंगे। इसके अलावा इस बैठक में राष्ट्रीय हित के अलग-अलग विषयों पर भी चर्चा होगी।

32 संगठनों के प्रतिनिधि हो रहे शामिल

संघ की इस महत्वपूर्ण बैठक में विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार, महामंत्री बजरंग बागड़ा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री आशीष चौहान, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष भी मौजूद हैं। बैठक में संघ के 32 सहयोगी संगठनों के 320 प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं।

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इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद संघ की पहली बार कोई बड़ी बैठक हो रही है। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान संघ को लेकर काफी बयानबाजी हुई थी। ऐसे में यह बैठक काफी मायने रखती है।

बांग्लादेश में हो रही घटनाओं पर भी होगी चर्चा

संघ की बैठक में बांग्लादेश में हो रही घटनाओं पर भी चर्चा होगी। अगले साल 2025 में आरएसएस अपना शताब्दी वर्ष मनाएगा। इस दौरान संघ पांच नई पहलों की शुरुआत भी करेगा। इनमें सामाजिक समरसता, परिवार जागरूकता, पर्यावरण संरक्षण, आत्मनिर्भरता और नागरिक दायित्व शामिल है। एक आरएसएस नेता ने कहा कि सामाजिक समरसता के तहत संगठन समाज में एकता और सामंजस्य को बढ़ाने की कोशिश संघ करेगा। उन्होंने कहा कि पारिवारिक जागरूकता के तहत संघ देखेगा कि कैसे परिवारों को मजबूत किया जा सकता है और वह राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं।