आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक बार फिर घरवापसी को लेकर बड़ा बयान दे दिया है। हिन्दू एकता महाकुंभ को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि हिंदू धर्म से गए लोगों की घरवापसी करवाई जाएगी। इसके साथ ही मोहन भागवत ने इसे लेकर लोगों को शपथ भी दिलवाई है।
मोहन भागवत ने हिंदू एकता महाकुंभ में शामिल होने वाले लोगों को घर वापसी के लिए काम करने की शपथ दिलाई है। इस महाकुंभ का आयोजन मध्यप्रदेश के चित्रकुट में हुआ है। संघ प्रमुख ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को यह सुनिश्चित करने की शपथ भी दिलाई कि कोई भी शख्स हिंदू धर्म को छोड़कर दूसरे धर्म में परिवर्तित न हो जाए। संघ प्रमुख ने हिंदू एकता महाकुंभ में भाग लेने वाले लोगों से हर महिला को सम्मान करने की भी शपथ लेने को कहा।
भागवत ने हिंदुओं के बीच एकता की आवश्यकता पर बल दिया और बहुसंख्यक समुदाय के सदस्यों को जातिवाद और अन्य सामाजिक बुराइयों से दूर रहने के लिए कहा। उन्होंने शपथ दिलाते हुए कहा- मैं हिन्दू संस्कृति का धर्म योद्धा, प्रभू श्री राम जी की संकल्प स्थली पर, सर्वशक्तिमान परमेश्वर को साक्षी मानकर संकल्प लेता हूं कि मैं अपने पवित्र हिन्दू धर्म, हिन्दू संस्कृति एवं हिन्दू समाज के संरक्षण, संवर्धन एवं सुरक्षा के लिए आजीवन कार्य करूंगा। मैं प्रतिज्ञा करता हूं कि किसी भी हिन्दू भाई को हिन्दू धर्म से विमुख नहीं होने दूंगा”।
यह पहली बार नहीं है जब मोहन भागवत ने धर्म परिवर्तन और घरवापसी को लेकर बयान दिया हो। इससे पहले भी वो घरवापसी पर जोर देते रहे हैं। बता दें कि चित्रकूट में बुधवार से हिंदू एकता महाकुंभ कार्यक्रम शुरू हो गया है। मोहन भागवत इस महाकुंभ में मुख्य अतिथि हैं। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे। हिंदू एकता महाकुंभ का उद्देश्य हिंदुओं को एकजुट करना और उन्हें एक छत के नीचे लाना है।
महाकुंभ के दौरान जनसंख्या नियंत्रण और लव जिहाद जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। इस कार्यक्रम में कवि कुमार विश्वास, भाजपा सांसद मनोज तिवारी, बॉलीवुड अभिनेता आशुतोष राणा, आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर सहित कई अन्य हस्तियां शामिल होंगी।