मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन अब भी जारी है। रविवार को किसान मुजफ्फरनगर में महापंचायत करने जा रहे हैं। मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज में होने वाली इस महापंचायत में राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के अध्यक्ष और पूर्व सांसद जयंत चौधरी हेलीकॉप्टर से किसानों पर फूल बरसाना चाहते थे। लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी है।

जयंत चौधरी के निजी सहायक समर पल सिंह ने जनसत्ता को बताया, “हमने पूरी तैयारी कर ली थी। लेकिन पुलिस और प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी है। पुलिस का कहना है कि महापंचायत में लाखों लोगों के आने की संभावना है। ऐसे में भगदड़ मचने का खतरा है।” कार्यालय नगर मजिस्ट्रेट द्वारा जारी किए गए पत्र में भी यही बात कही गई है। पत्र में कहा गया है कि “हेलीकॉप्टर द्वारा पुष्प वर्षा करने पर जनता में भगदड़ मच सकती है। जिससे शांति व्यवस्था भी भंग हो सकती है और कोई भी हादसा या अप्रिय घटना हो सकती है। जिसको दृष्टिगत रखते हुए पुष्प वर्षा करने की अनुमति प्रदान करने की संस्तुति नहीं की जाती है।” 

संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शनिवार को दावा किया कि 15 राज्यों के हजारों किसानों ने रविवार को होने वाली किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिये उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में पहुंचना शुरू कर दिया है। केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे एसकेएम ने कहा कि महापंचायत से साबित हो जाएगा कि आंदोलन को सभी जातियों, धर्मों, राज्यों, वर्गों, छोटे व्यापारियों और समाज के सभी वर्गों का समर्थन प्राप्त है।

महापंचायत के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने पूरी योजना बनाई है। इसके तहत ही महापंचायत के लिए पूरा एजेंडा भी तैयार किया गया है, जो कई दौर की बैठक में तय किया गया है। इस एजेंडे को राष्ट्रीय के साथ ही राज्य और स्थानीय मुद्दों में बांटा गया है। राष्ट्रीय मुद्दों में कृषि कानून, एमएसपी व किसान उत्पीड़न जबकि राज्य स्तरीय मुद्दों में मिशन यूपी के तहत गांवों तक पहुंचना और बकाया गन्ना भुगतान, गन्ने का भाव, बिजली के रेट शामिल होंगे। इसके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा इस महापंचायत से सरकार को अपनी ताकत दिखाकर बातचीत का रास्ता भी खोलना चाहता है। 

एसकेएम ने एक बयान में कहा, ”पांच सितंबर की महापंचायत योगी-मोदी सरकार को किसानों, खेत मजदूरों और कृषि आंदोलन के समर्थकों की शक्ति का एहसास कराएगी। मुजफ्फरनगर महापंचायत पिछले नौ महीनों में अब तक की सबसे बड़ी महापंचायत होगी।”

बयान में कहा गया है कि किसानों के वास्ते भोजन की व्यवस्था के लिए 500 लंगर सेवाएं शुरू की गई हैं, जिसमें सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर चलने वाली मोबाइल लंगर प्रणाली भी शामिल है। महापंचायत में भाग लेने वाले किसानों के लिए 100 चिकित्सा शिविर भी लगाए गए हैं।