बिहार विधानसभा चुनाव के बेहद निराशाजनक नतीजों के बाद आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव का पहला इंटरव्यू सामने आया है। यह इंटरव्यू उन्होंने राज्यसभा सांसद और सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल को दिया है। इंटरव्यू में तेजस्वी यादव ने बिहार के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की हार की वजह, एसआईआर, ईवीएम समेत तमाम मुद्दों पर बात की है।
विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की हार क्यों हुई, इसे लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा कि लोकतंत्र हारा है, मशीनरी जीती है। तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने विधानसभा चुनाव में जीत के लिए सारे हथकंडे अपनाए।
तेजस्वी ने कहा, ‘हमने जो विजन लोगों के सामने रखा था कि पेंशन बढ़ाएंगे, माई बहन मान योजना लाएंगे, इन सारी चीजों को सरकार ने लागू कर दिया… पिछले 20 साल से इन्हें याद नहीं आ रहा था कि पेंशन को बढ़ाना है।’
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रिश्वत दी गई- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा कि जब हमारी ओर से वादे किए गए तब एनडीए ने उन पर अमल किया और चुनाव आचार संहिता लागू होने के 10 दिन पहले 10-10 हजार रुपये बांटे गए। उन्होंने कहा कि अलग-अलग योजनाओं के तहत लगभग 40000 करोड़ रुपये पूरे बिहार में लोगों को सीधे बांटे गए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस ऐसे भी कहा जा सकता है कि रिश्वत दी गई।
अगला निशाना बंगाल है- तेजस्वी यादव
तेजस्वी ने कहा, ‘बिहार में बीजेपी आज तक अपने दम पर नहीं आ सकी है और बिहार उनके टारगेट पर था, उन्होंने जो करना था वह किया। इनका अगला निशाना बंगाल है और वहां बंगाल में घुसपैठियों की बात और जोर-शोर से की जाएगी।’
‘बिहार का यह परिणाम चौंकाने वाला है’
लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करने की जिम्मेदारी
चुनाव के दौरान महागठबंधन के भीतर कुछ गड़बड़ियों की ओर इशारा करते हुए जब कपिल सिब्बल ने सवाल उठाया तो तेजस्वी यादव ने कहा, ‘आप जहां मजबूत हैं, आप वहां लड़िए, जहां हम मजबूत होंगे, हम लड़ेंगे लेकिन हर दल चाहता है कि ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ा जाए।’ उन्होंने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस देश के लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करें।
जब कपिल सिब्बल ने सवाल पूछा कि क्या ईवीएम में कोई गड़बड़ी है तो तेजस्वी ने कहा कि चुनाव में अदृश्य शक्तियों ने अपना काम किया। उन्होंने कहा कि चुनाव में बूथों की संख्या बढ़ाई गई, मशीनों की संख्या बढ़ाई और ऐसा लगता है कि कुछ गड़बड़ है।
