राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सांसद मनोज झा ने राज्यसभा में केंद्र सरकार पर महंगाई को लेकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने कहा ये पांच हजार रुपये लीटर भी पेट्रोल कर देंगे तो उन्हें पता है कि वोट कैसे लेना है। जनता त्राहिमाम त्राहिमाम करती रहेगी। इस दौरान उन्होंने पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर तंज कसा।

मनोज झा ने कहा, “पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी में बिहार है? माननीय फाइनेंस मिनिस्टर अगर आप हमारे बगैर पांच ट्रिलियन डॉलर के शिखर पर जाएंगी तो हमारे बगैर तन्हा महसूस करेंगी। अकेलेपन का एहसास होगा। हमारे बिहार के सदस्य हैं। महत्वपूर्ण मंत्री हैं वो मुस्कुरा रहे हैं। बिहार की स्थिति बहुत गंभीर है। मैं सिर्फ बोलने के लिए यह नहीं कह रहा हूं। बिहार की स्थिति हर क्षेत्र में खराब है।”

महंगाई को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए मनोज झा ने कहा कि अकसर पेट्रोलियम मंत्री कहते हैं कि सरकार पेट्रोल और डीजल के दाम उनके नियंत्रण में नहीं है। फिर पांच महीने चुनाव के दौरान कीमतें कैसे नहीं बढ़ी। अगर पांच महीने कीमतें नहीं बढ़ी तो इसका मतलब है कहीं न कहीं सरकार के सरोकार का ताल्लुक है। तो आप ये रिलीफ लोगों दीजिए ना।

मनोज झा ने आगे कहा कि मध्यम वर्ग की कमर टूट रही है। उसकी सेविंग्स को देख लिजिए। कोरोना ने सबकुछ नष्ट कर दिया। आप चुनाव जीतते हैं आपको मुबारकबाद, लेकिन दिक्कत और परेशानी कलको आपको भी होगी। अगर इंसान के बुनियादी मु्द्दों से चुनाव का ताल्लुक नहीं रहा तो फिर चुनाव का कोई मतलब नहीं रहा। डेमोक्रोसी का कोई मतलब नहीं रहा।

मनोज झा ने अपने भाषण के अंत में कहा, “मैं पांच ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी की बात कर रहा था। मैं इसलिए इन चीजों को वित्त मंत्री जी के सामने रख रहा हूं क्योंकि उनके जहन में ये होगा। मैम नीति आयोग का बिहार को लेकर टिपण्णी देखिए। आपको चिंता होगी हम वैचारिक रूप से और पॉलिटिकली अलग है, लेकिन बिहार आपके लिए चिंता का विषय नहीं होगा? बेरोजगारी को लेकर मैं पिछली बार भी बोल चुका हूं। अगर हमारी अर्थनीति रोजगार सृजन नहीं कर पा रही है तो यह अनर्थनीति है। रोजगार के लिए देश में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। यह मौलिक चीज है। ये खैरात नहीं है। “