रिटायर्ड पुलिसकर्मी ने मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रिटायर्ड एसीपी शमशेर खान पठान ने आरोप लगाया है कि परमबीर सिंह ने मुंबई आतंकवादी हमले में गिरफ्तार किए गए आतंकवादी कसाब के मोबाइल फोन को तोड़ कर बचाने की कोशिश की थी।
रिटायर्ड एसीपी शमशेर खान पठान ने जुलाई महीने में मुंबई पुलिस के आयुक्त को लिखित शिकायत देकर इस पूरे मामले की जांच करने और आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। शमशेर खान की ये शिकायत हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुई जब परमबीर सिंह गोरेगांव पुलिस स्टेशन में दर्ज वसूली मामले में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के सामने अपना बयान दर्ज कराने के लिए पेश हुए।
शमशेर पठान ने मुंबई पुलिस के आयुक्त को शिकायत करते हुए कहा कि डीबी मार्ग के तत्कालीन वरीय इंस्पेक्टर एन आर माली ने उन्हें बताया था कि उन्होंने आतंकवादी कसाब के पास से एक मोबाइल फोन बरामद किया और उसे कांबले नाम के एक कांस्टेबल को सौंपा गया था। लेकिन उस वक्त आतंकवाद निरोधी दस्ते के डीआईजी रहे परमबीर सिंह ने उस पुलिस कांस्टेबल से वह फोन ले लिया।
परमबीर सिंह ने आतंकवादी कसाब से जब्त किए गए फोन को अपने पास रख लिया। उन्होंने आतंकी हमले की जांच कर रहे जांच अधिकारी रमेश महाले को मोबाइल सौंपे जाने की बजाय उसे नष्ट कर दिया। साथ ही शमशेर पठान ने अपने शिकायत पत्र में यह भी दावा किया कि परमबीर सिंह ने पाकिस्तान और दूसरे अन्य देश के आतंकवादियों और दुश्मनों का साथ दिया।
परमबीर सिंह के खिलाफ की गई शिकायत लीक होने के बाद रिटायर्ड एसीपी शमशेर खान पठान ने कहा कि मैं इस मामले को सार्वजनिक नहीं करना चाहता था क्योंकि यह राष्ट्र की सुरक्षा से संबंधित है। इसलिए मैंने पुलिस कमिश्नर से इस मामले में जांच करने का अनुरोध किया। लेकिन अब जब शिकायत लीक हो गई है तो मुझे यकीन है कि पुलिस के पास परमबीर सिंह के खिलाफ कुछ सबूत है और उन्हें इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। हालांकि शमशेर खान पठान की तरफ से लगाए गए इन आरोपों पर परमबीर सिंह की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।