मोदी सरकार के द्वारा लाए गए तीनों कृषि बिल के खिलाफ देशभर में किसानों का आंदोलन चल रहा है। पंजाब सहित कई अन्य राज्यों से आये लाखों किसान दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर जमे हुए हैं। इसी बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा है जिसको लेकर घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस के अनुसार इसमें दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षर हैं। हालाँकि रिपब्लिक टीवी के एडिटर अर्नब गोस्वामी ने यह दावा किया है कि यह नकली दस्तखत है और इसमें किये गए हस्ताक्षर फर्जी हैं।

दरअसल रिपब्लिक टीवी के डिबेट शो ‘पूछता है भारत’ में अर्नब गोस्वामी ने कहा है कि यह एक घोटाला है। अपने इस तर्क में अर्नब ने दलील पेश करते हुए कहा है कि ‘जब हमने कांग्रेस के लोगों से यह लिस्ट देखने को मांगा तो वे कागज छीन कर भागने लगे। यहीं नहीं जब हमारे रिपोर्टरों ने आंदोलन कर रहे किसानों से इस संबंध में बात की तो उन्होंने ताज्जुब जताते हुए कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है जबकि कांग्रेस के लोग तो हमारे पास आये ही नहीं। इसके अलावा अर्नब ने यह भी दावा किया है कि सौपें गए ज्ञापन में किसानों के फ़ोन नंबर और पता का जिक्र ही नहीं है।’

इसके अलावा अर्नब ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘आप किसानों के साथ फरेब कर रहे हैं। यहीं नहीं आप किसान आन्दोलन में अपनी राजनीतिक संजीवनी देख रहे हैं।’ अर्नब ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘पहले तो आप कृषि में निजी क्षेत्र के निवेश की वकालत करते थे लेकिन अब जब वर्तमान सरकार किसानों की आय दोगुना करना चाहती है, उन्हें राजनीतिक स्वतंत्रता देना चाहती है तो आप मुकर रहे हैं। इसके लिए आपको देश की जनता को जवाब देना चाहिए कि आप उनके साथ फरेब क्यों कर रहे हैं।’

चर्चा के दौरान भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने कहा कि ‘पुलवामा पर सबूत मांगने वाली पार्टी आज हस्ताक्षर पर सबूत नहीं दे सकती है। ये वहीं पार्टी है जिसने 2 जी, 3 जी जैसे स्कैम किये हैं…जरा मुझे बता दीजिए की बिना पहचान पत्र के नकली हस्ताक्षर करना कितनी बड़ी चीज है। असलियत यह है कि जब ये बिल पारित हो रहे थे संसद में, तब राहुल गांधी अमेरिका में थे। प्रदर्शनकारियों का तो पिटीशन पर साइन भी नहीं है।’

अर्नब के इस बयान पर सोशल मीडिया में काफी गहमागहमी है। ट्विटर पर अर्नब के बयान का समर्थन करते हुए डॉक्टर पार्थ नाम के एक व्यक्ति ने लिखा है कि यह नकली दस्तखत है। वहीं राहुल प्रधान नाम के यूजर ने अर्नब की आलोचना करते हुए लिखा है कि आप और आपका चैनल एक राजनीतिक पक्ष का प्रचारक है और यहाँ जनता के सवाल नहीं उठाए जाते हैं। हालांकि अधिकांश लोगों ने यही टिप्पणी की है कि कांग्रेस को सारी सच्चाई जनता के सामने जरूर रखनी चाहिए।