केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले कई हफ्ते से आंदोलन कर रहे हैं। इसे लेकर रोजाना टीवी न्यूज़ चैनलों में डिबेट हो रही है। रिपब्लिक टीवी ने शो ‘पूछता है भारत’ में इसी मुद्दे को लेकर चर्चा हो रही थी। इस दौरान किसानों का समर्थन करने वाली एक पैनलिस्ट एंकर पर जमकर बरसी और उनसे पूछा की क्या आप जज हैं जो हमारे हितों का फैसला कर रहे हैं।

लाइव टीवी डिबेट में पैनलिस्ट ने न्यूज एंकर से पूछा आज क्या आप जज बनकर बताएंगे कि क्या किसानों के हित में क्या है? जब किसान खुद कह रहा है हमारे हित में नहीं है फिर भी आप चैनलों में बैठकर कह रहे हैं कानून सही है। इसपर बीजेपी नेता शाजिया इल्मी ने कहा तो आप भी नहीं बताएँगी ये किसके हित में है। आप झूठी खबरे फैला कर और अफवाहें फैला कर। आप क्यों बिचौलियों के हक में खड़ी हैं। न तो मंडियाँ खत्म हो रही हैं। न ही एमएसपी हटाया जा रहा है। न ही किसानों की ज़मीन छीनी जा रही है।

इन कानून के खिलाफ किसान जहां पिछले कई दिनों से अपनी मांगो को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं केंद्र सरकार साफ कर चुकी है कि वो किसी भी कीमत पर इन कानूनों को वापस नहीं लेगी। हालांकि, दिल्ली बॉर्डर पर पिछले 20 दिनों से डेरा डाले किसानों और सरकार की इस जंग में आज का दिन काफी अहम साबित हो सकता है। दरअसल, दिल्ली की सीमाओं पर किसान डटे रहेंगे या उन्हें कहीं और भेजा जाएगा, इसपर आज देश की सबसे बड़ी अदालत अपना फैसला सुना सकती है।

किसानों के आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है. आज SC में मामले की सुनवाई होगी. चीफ जस्टिस एस ए बोबडे, जस्टिस ए एस बोपन्ना और जस्टिस वी रामसुब्रमण्यम की बेंच मामले की सुनवाई करेगी। किसान संगठनों ने कहा कि सरकार बाहर से आने वाले किसानों को दिल्ली नहीं आने दे रही है। दूसरी जगह से किसान इस आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए यहां आना चाहते हैं, लेकिन सरकार उन्हें रोक रही है। किसानों ने कहा कि ये सरकार अंबानी और अडानी की सरकार है। हम इसको अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होने देंगे।