पश्चिम बंगाल में कांग्रेस, वामदलों और फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी की पार्टी आईएसएफ के बीच गठबंधन है। कभी कांग्रेस को हटा कर पश्चिम बंगाल की सत्ता पर काबिज होने वाली वामपंथी पार्टी आज उन्हीं दलों के साथ गठबंधन कर विधानसभा का चुनाव लड़ रही है। इसी मुद्दे पर एक टीवी डिबेट में जब भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कम्युनिस्ट पार्टी की हालत ख़राब है तो वहां मौजूद पैनलिस्ट चीखने लगे। बाद में एंकर ने पैनलिस्ट का माइक ही बंद कर दिया।
रिपब्लिक टीवी पर आयोजित डिबेट में भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आज पश्चिम बंगाल में कम्युनिस्ट पार्टी की यह स्थिति हो गई है और उसे कांग्रेस से गठबंधन करना पड़ा है। ये लोग तो अपनी पार्टी के सिद्धांतों को भी नहीं मानते हैं। इनकी पार्टी कहती है कि धर्म अफीम है, हम धर्म में विश्वास नहीं करते हैं. लेकिन कम्युनिस्ट पार्टी फुरफुरा शरीफ के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के सजदे में है। ये लोग तो अफीम भी खाने को तैयार हैं।
सुधांशु त्रिवेदी के इतना कहते ही डिबेट में मौजूद पैनलिस्ट विवेक श्रीवास्तव चिल्लाने लगे। विवेक श्रीवास्तव के लगातार चिल्लाने पर एंकर ने उनका ऑडियो बंद करवा दिया। बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और वामपंथी पार्टी का गठबंधन भाजपा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ लड़ रहा है। कांग्रेस, सीपीएम और आईएसएफ गठबंधन ने भाजपा और तृणमूल के बीच जारी दो ध्रुवीय लड़ाई को त्रिकोणीय मुकाबले में तब्दील कर दिया है।
पिछले साल एक बयान में अब्बास सिद्दीकी ने कहा था कि अल्लाह भारत में एक ऐसा वायरस भेज दे और 10, 20 या फिर 50 करोड़ भारतीयों को खत्म कर दे। हम मुसलमान हैं और हर दिन नमाज पढ़ते हैं इसलिए कोरोना हमारा कुछ नहीं कर सकता। अब्बास सिद्दीकी के इन्हीं बयानों की वजह से कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस पार्टी को अपने नेताओं के आंशिक विरोध का सामना भी करना पड़ा था।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में प्रथम चरण के लिए शनिवार को वोटिंग हो चुकी है। अब दूसरे चरण के लिए 1 अप्रैल, तीसरे के लिए 6 अप्रैल, चौथे के लिए 10 अप्रैल, पांचवें के लिए 17 अप्रैल, छठे के लिए 22 अप्रैल, सातवें के लिए 26 अप्रैल और अंतिम चरण के लिए चुनाव 29 अप्रैल को होगा। वोटों की गिनती 2 मई को की जाएगी।