देशभर में कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से फ़ैल रहा है। कोरोना वायरस के बेकाबू हो जाने के कारण देश की स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत काफी ख़राब हो गई है। जिसकी वजह से कई कोरोना संक्रमित अस्पताल में भर्ती ना हो पाने की वजह से सड़क पर ही दम तोड़ रहे हैं तो कईयों की मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से हो रही है। इसी मुद्दे पर एक टीवी डिबेट के दौरान जब राजनीतिक दलों के नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करने लगे तो एंकर भड़क गए। एंकर ने नेताओं को चुप कराते हुए कहा कि देश में हर तरफ चिताएं जल रही है, ऐसे में आप जनता के बीच कैसे जा पाएंगे।
रिपब्लिक न्यूज चैनल पर आयोजित टीवी डिबेट में कोरोना महामारी की वजह से उपजे संकट पर चर्चा के दौरान भाजपा प्रवक्ता संजू वर्मा, आप प्रवक्ता संजीव झा और राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करने लगे। टीवी डिबेट में आरोप प्रत्यारोप होता देख शो के एंकर ऐश्वर्य कपूर सभी नेताओं पर भड़क गए। एंकर ने सभी नेताओं को चुप कराते हुए कहा कि हर तरफ मातम फैला हुआ है, हर जगह चिताएं जल रही है, पुरे विश्व में सबसे ज्यादा ख़राब हालात भारत में है। ऐसे में आप लोग जनता के बीच कैसे जा पाएंगे।
एंकर ऐश्वर्य कपूर आगे कहने लगे कि दिन में सौ फोन बजता है, लोग बचाने की गुहार लगाते है लेकिन हम बचा नहीं पा रहे हैं। यहां तक कि हम अपने साथियों को भी नहीं बचा पा रहे हैं. लेकिन आप लोग एक दूसरे पर सिर्फ आरोप लगा रहे हैं। आप लोग जनता के बीच नहीं जा पाएंगे। सबको साथ मिलकर काम करना पड़ेगा। सबको जनता के पास वापस जाना पड़ेगा। इसलिए जो हुआ उसको भूलकर सबको साथ मिलकर काम करना पड़ेगा।
बता दें कि कोरोना वायरस के बेकाबू होते संक्रमण के बीच रविवार को मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने सभी राज्यों से ज्यादा से ज्यादा लोगों को फ्री में टीका देने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार की तरफ से जारी मुफ्त टीकाकरण अभियान आगे भी चलता रहेगा। इसलिए राज्यों से आग्रह है कि वो सरकार के मुफ्त टीकाकरण अभियान का लाभ अपने राज्य के लोगों को भी दें।
देश में एक दिन में कोविड-19 के 3,46,786 नए मामले सामने आने के साथ संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,66,10,481 पर पहुंच गए जबकि एक्टिव केसों की संख्या 25 लाख से अधिक हो गई है। इन आंकड़ों के अनुसार एक दिन में 2,624 संक्रमितों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 1,89,544 हो गई है। देश में सबसे ज्यादा 773 मौतें महाराष्ट्र में हुई।
