फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अगले साल 26 जनवरी को राजधानी नई दिल्ली में होने जा रहे गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। भारत की तरफ से फ्रांस के राष्ट्रपति को गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए न्योता भेजा गया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। पिछले साल भारत के पीएम नरेंद्र मोदी भी फ्रेंच नेशनल डे में ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ थे।

पहले भारत ने QUAD लीडर्स को गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में आमंत्रित करने का प्रयास किया था लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के व्यस्थ कार्यक्रम की वजह से ऐसा न सका। फ्रांस के राष्ट्रपति को भारत द्वारा भेजा गया निमंत्रण पश्चिमी यूरोपीय देश के साथ उसके घनिष्ठ संबंधों का भी संकेत देता है। दोनों देशों के बीच रक्षा, अंतरिक्ष, परमाणु क्षेत्रों में रणनीतिक साझेदारी है।

G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आए थे फ्रांसीसी राष्ट्रपति

फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने भी इस साल सितंबर में भारत की अध्यक्षता में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया था। राष्ट्रपति मैक्रॉन और प्रधानमंत्री मोदी ने 10 सितंबर को G20 शिखर सम्मेलन के मौके पर दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक की थी। बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा था कि उन्होंने भारत-फ्रांस संबंधों को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई थी।

छठी बार कोई फ्रांसीसी नेता गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे

यह छठी बार है जब कोई फ्रांसीसी नेता दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। इमैनुअल मैक्रों से पहले, पूर्व फ्रांसीसी प्रधानमंत्री जैक्स शिराक 1976 और 1998 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे। पूर्व राष्ट्रपति वालेरी गिस्कार्ड डी-एस्टिंग, निकोलस सरकोजी और फ्रेंकोइस ओलांद क्रमशः 1980, 2008 और 2016 में मुख्य अतिथि थे।

गौरतलब है कि हर साल, भारत अपने गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए विदेशी राजनेताओं को आमंत्रित करता है। केवल दो मौके ऐसे थे, 2021 और 2022 जब कोरोना महामारी के कारण गणतंत्र दिवस समारोह में किसी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित नहीं किया गया था। साल 2023 में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी भारत के गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि थे।