बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही पार्टी की सरकार को खरी-खरी सुनाते हुए कहा कि दुबई में भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत हुई। क्या पाकिस्तान अपने कब्जे वाले कश्मीर को खाली करने जा रहा है? इस मुद्दे पर तो मोदी सरकार को भूलने की बीमारी है। हम इसे क्यों सहन करते हैं?

नेता ने ट्वीट किया, ”रूसियों ने पाकिस्तान सेना को भारत के साथ बात करने के लिए मजबूर किया। एशिया की पाप की राजधानी दुबई में एक अरब शेख ने पाकिस्तान से बात करने के लिए भारतीय नेतृत्व को कहा। किस बारे में? पीओके खाली कर रहा पाक? नहीं न!! उस पर मोदी सरकार को भूलने की बीमारी है। क्यों? हम इसे चुपचाप सहन करते हैं?” बता दें कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने और द्विपक्षीय संबंधों की नई शुरुआत करने में भूमिका निभाई है। अमेरिका में यूएई के राजदूत अल-ओताइबा ने ये जानकारी दी।

स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की हूवर संस्था के साथ एक वर्चुअल चर्चा के दौरान अल-ओतिबा ने कहा, “वे सबसे अच्छे दोस्त नहीं बन सकते, लेकिन कम से कम हम इसे एक ऐसे स्तर पर पहुंचाना चाहते हैं, जहां दोनों देश बातचीत तो करें।”

इससे पहले भारत और पाकिस्तान ने 25 फरवरी को कहा कि वे जम्मू-कश्मीर और अन्य क्षेत्रों में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम पर सभी समझौतों का सख्ती से पालन करने के लिए सहमत हुए हैं।

राजदूत ने खुद एक सवाल का जवाब देते हुए इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने दोनों पड़ोसियों के बीच वार्ता के लिए अपने देश की भूमिका को स्वीकार किया।

उन्होंने कहा, “जहां हम दो अलग-अलग देशों से प्रभावित होते हैं, वहां हम मददगार बनने की कोशिश करते हैं। इस मामले में भारत और पाकिस्तान हालिया उदाहरण हैं …”।

उन्होंने कहा, “हमें नहीं लगता कि वे एक-दूसरे के सबसे पसंदीदा राष्ट्र बनने जा रहे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि उनके लिए एक स्वस्थ संबंध रखना महत्वपूर्ण है।”

हालांकि भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले एक साल से अधिक समय से चल रही खबरों के बारे में पूछे जाने पर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सीधा जवाब नहीं दिया।

भारत ने पाकिस्तान से कहा है कि वह उसके साथ आतंकवाद, शत्रुता और हिंसा से मुक्त वातावरण में सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है।