लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रमुख और केंंदीय खाद्य एवं जनवितरण मंत्री रामविलास पासवान ने बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति साल 1990 के राजद शासनकाल के ‘जंगलराज’ से बदतर होेने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि अगर आम जनता की जान सुरक्षित नहीं है तो ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

अपने संसदीय क्षेत्र हाजीपुर के फतेहपुर पंचायत के पूर्व मुखिया तथा अपनी पार्टी के नेता 55 वर्षीय बृजनाथी सिंह के परिजनों से मुलाकात कर पटना लौटे पासवान ने आज यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति साल 1990 के राजद शासनकाल के ‘जंगलराज’ से बदतर होे जाने का आरोप लगाया। बृजनाथी सिंह की गत 5 फरवरी को गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में बढते अपराध के ग्राफ के कारण इस प्रदेश की बदनामी हो रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी पीठ थपथपाने में व्यस्त हैं।

पासवान ने पटना जिला के कच्ची दरगाह इलाके में दिनदहाडे गोलीबारी में बृजनाथी सिंह की हत्या और उनके पत्नी और भाभी के घायल होने की घटना की निष्पक्ष जांच के लिए केस को सीबीआई के हवाले किए जाने की मांग की। यह पूछे जाने पर कि क्या यह राजनीतिक हत्या है, पासवान ने कहा कि मृतक के परिजनों ने इस मामले में लालू प्रसाद की संलिप्तता की बात बतायी है, चूंकि यह हाई प्रोफाईल मामला है ऐसे में बिहार सरकार को इसकी सीबीआई से जांच की अनुशंसा करनी चाहिए।

उन्होंने आरोप लगाया कि वे जहां भी जा रहे हैं लोग उनसे बिहार में खराब विधि व्यवस्था की चर्चा करते हैं। राजद पर प्रहार करते हुए पासवान ने आरोप लगाया कि प्रदेश में लगातार हृदय विदारक आपराधिक घटनाएं हो रही हैं और जदयू की सहयोगी पार्टी राजद की ओर से बेशर्मी के साथ बयान दिए जा रहे हैं कि प्रदेश में सुशासन और कानून का राज कायम है।