अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां काफी तेजी से चल रही हैं। मंदिर के गर्भगृह में स्थापना के लिए भगवान की मूर्ति का शुक्रवार को चयन किया जाएगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में इस काम के लिए वोटिंग कराए जाने की संभावना जताई गई। भगवान की तीन मूर्तियां हैं, जिनको अलग-अलग मूर्तिकारों ने बनाया है।

पीएम मोदी कल करेंगे एयरपोर्ट का उद्घाटन, सीएम योगी आज जाएंगे अयोध्या

उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार (30 दिसंबर 2023) को अयोध्या जाएंगे और नए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी एक रोड-शो भी करेंगे। इसके पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या पहुंच रहे हैं। उनको गुरुवार को ही वहां जाना था, लेकिन खराब मौसम की वजह से उनका हेलीकॉप्टर लैंड नहीं कर सका था।

दो अन्य मूर्तियों की स्थापना पर भी आज किया जाएगा निर्णय

इस बीच ट्रस्ट के हवाले से मीडिया सूत्रों के मुताबिक, “अलग-अलग मूर्तिकारों द्वारा बनाए गए मूर्तियों के तीनों डिजाइनों को मेज पर रखा जाएगा। जिस मूर्ति को सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे, उसे 22 जनवरी को मंदिर के अभिषेक के समय स्थापित किया जाएगा।” ट्रस्ट के मुताबिक दो अन्य मूर्तियों को मंदिर में किस जगह स्थापित किया जाए, इस पर भी शुक्रवार को ही फैसला होगा।

भगवान राम कमल दल पर सवार होंगे, हाथ में तीर और धनुष होगा

इससे पहले बुधवार को, ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने कहा था कि भगवान राम की पांच साल पुरानी रामलला की छवि को प्रतिबिंबित करने वाली 51 इंच ऊंची मूर्ति को तीन डिजाइनों में से चुना जाएगा। उन्होंने कहा, “जिसमें सबसे अच्छी दिव्यता होगी और उसमें भगवान के बाल स्वरूप की झलक मिलेगी, उसी का चयन किया जाएगा।” भगवान राम कमल दल पर सवार होंगे। उनके हाथ में तीर और धनुष होगा। माथे पर मुकुट होगा। वहां आने वाले भक्त 30 फीट की दूरी से रामलला का दर्शन कर सकेंगे।

श्री राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने गुरुवार को जिले के शीर्ष अधिकारी के साथ राम जन्मभूमि पथ और परिसर पर चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लिया। यह निरीक्षण अगले महीने होने वाले अभिषेक समारोह से पहले और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंदिर शहर की यात्रा से ठीक दो दिन पहले हुआ।

मिश्रा ने एएनआई से बात करते हुए कहा, ”काम जल्दबाजी में नहीं किया जा रहा है, बल्कि इसमें पर्याप्त समय लगाकर गुणवत्तापूर्ण तरीके से काम किया जा रहा है।” उन्होंने कहा, “निर्माण कार्य को तीन चरणों में बांटा गया है। पहला चरण दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा, दूसरा चरण, जब मंदिर का निर्माण पूरा हो जाएगा तब जनवरी में किया जाएगा और तीसरे चरण में परिसर में निर्माण कार्य शामिल है।”