भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने पत्रकार सबा नकवी के एक लेख को लेकर उनपर निशाना साधा है। उन्होंने इसे नेहरूवादी और अभारतीय सोच बताया है। एक अंग्रेजी अखबार में सबा नकवी ने लिखा है, पांच अगस्त को होने वाला कार्यक्रम हिंदू राष्ट्र का पहला सबसे बड़ा आयोजन है। बीजेपी और संघ परिवार अपना इतिहास और स्मारक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सबा के लेख की फोटो शेयर करते हुए संबित पात्रा ने ट्वीट किया है, यह एक टिपिकल नेहरूवादी अभारतीय विचार एक प्रख्यात लेखक का है। ” बीजेपी और संघ परिवार अपना इतिहास और स्मारक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, यह एक हिंदू राष्ट्र का स्मारक है।” माफ कीजिए सबा यह स्मारक सबका है, यह भारतीय है और भारत के संस्कार का दर्शाता है।
Here’s a typical Nehruvian “Abharatiya” thought by an author of “eminence”:
“BJP & Sangh Parivar are determined to create their own History & Monument on August 5th ..& it’s a monument of Hindu Nation”
Sorry “सबा” the monument is “सबका” it’s भारतीय ..it represents BHARAT’S ethos pic.twitter.com/NbIFl7ArKZ— Sambit Patra (@sambitswaraj) August 4, 2020
सबा ने अपने लेख में लिखा है, कोरोना महामारी और आर्थिक मंदी के बीच अयोध्या कार्यक्रम को विविधिता के तौर पर देखना गलत है । हिंदू राष्ट्र के वास्तुकारों के लिए यह शंख बजाने और आनन्दित होने का दिन है। तथ्य यह है आर्टिकल 370 के प्रावधानों में बदलाव की वर्षगांठ पर इसका आयोजन किया जा रहा है। यह उनके लिए चिंता का नहीं उत्सव का विषय है। सावरकर ने कहा था एक हिंदू वह है जिसके लिए भारत पितृभूमि (पूर्वजों की भूमि) और पुण्यभूमि (पवित्र भूमि) है। इस परिभाषा के साथ ही देश में मुसलमान और ईसाइय बाहर छूट जाते हैं।
संबित पात्रा के इस ट्वीट पर सबा ने जवाब दिया है, उन्होंने लिखा है, डियर संबित, आपके विचारों के लिए धन्यवाद, हम यह चर्चा जारी रखेंगे। वहीं, कई यूजर्स ने लिखा है, आरएसएस देश का दुश्मन है। एक यूजर ने लिखा है, सरकार जब कुछ नहीं कर रही है तो मंदिर ही बनवा रही है, कम से कम ईडी के छापे के बिना पूजा पाठ की जा सकती है।