पीएम नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को तीन कृषि कानूनोंं को वापस लेने का ऐलान करने के साथ ही आंदोलन कर रहे किसानों से अपने घर लौटने की अपील भी की थी। हालांकि,भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत एमएसपी गारंटी कानू्न के साथ और भी कई मुद्दों को लेकर अड़े हुए हैं। वहीं, राकेश टिकैत की पत्नी भी इस दौरान सामने आईं और उन्होंने कहा कि सरकार जब तक एमएसपी गारंटी कानून और 700 से अधिक किसानों की शहादत के मुद्दे पर बात नहीं करती है तब तक वे लोग आंदोलन स्थल से अपने घर नहीं जाएंगे।
न्यूज 24 के पत्रकार से बात करते हुए राकेश टिकैत की पत्नी ने कहा, ”अभी घर जाने का समय नहीं आया, अभी तो एमएसपी पर कानून को लेकर बात नहीं बनी। साढ़े सात सौ किसान की मौत हुई, इनके परिवार का क्या होगा? इसकी जिम्मेदारी किसकी है?” सुनीता रानी ने कहा कि यहां तो सभी लोग घर के ही हैं, कोई बाहर का नहीं है। सुनीता रानी ने उम्मीद जताई कि एमएसपी पर कानून जल्द से जल्द बनेगा। उन्होंने यहां तक कहा कि शायद दो-चार दिन में भी कानून बन जाएगा।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों की वापसी का ऐलान करने के साथ कहा था कि अब किसान अपने घरों को लौट जायें। लेकिन आंदोलन खत्म करने को लेकर किसान नेताओं का कहना है कि उनकी मांग केवल कृषि बिल की वापसी नहीं थी, बल्कि एमएसपी गारंटी कानून पर भी बात होनी चाहिए।
राकेश टिकैत ने कहा, “MSP और 700 किसानों की मृत्यु भी हमारा मुद्दा है। इस मामले में भी सरकार को बात करनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि सरकार अगर 26 जनवरी से पहले तक मान जाएगी तो हम अपना आंदोलन खत्म करके चले जाएंगे। वहीं, चुनाव को लेकर टिकैत ने कहा कि चुनाव के विषय में हम चुनाव आचार संहिता लगने के बाद बताएंगे।
इस बीच, बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने तीन कृषि कानूनों को वापस करने वाले बिल को मंजूरी दे दी। अब इसे संसद में पेश किया जाएगा, जिसके पास होने के साथ ही ये कानून रद्द हो जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करते हुए इसका जिक्र किया था।