दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस द्वारा बैरिकेड हटाए जाने के बाद से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत लगातार राजधानी के अंदर जाकर प्रदर्शन करने की बात कह रहे हैं। अब उन्होंने एक ट्वीट में कहा है कि अगर बॉर्डरों से किसानों को जबरन हटाने की कोशिश की गई तो वे देशभर में सरकारी दफ्तरों को गल्ला मंडी बना देंगे।
टिकैत ने कहा, प्रशासन जेसीबी की मदद से यहां लगे टेंट को उखाड़ने की कोशिश कर रहा है। अगर प्रशान यहां से टेंट उखाड़ेगा तो किसान सरकारी दफ़्तरों के बाहर टेंट लगा लेंगे। इससे पहले राकेश टिकैत ने कहा था कि बैरिकेडिंग हटने से दिल्ली का रास्ता साफ हो गया है और अब किसान संसद में जाकर अपनी फसल बेचेंगे। राकेश टिकैत ने शनिवार को यह भी कहा कि बैरिकेडिंग खोल दी गई है लेकिन पुलिसवाले किसानों को अंदर नहीं जाने देते। अगर किसी गाड़ी पर किसान संगठन का झंडा लगा होता है तो उन्हें रोक लिया जाता है।
@iam_rahmam ने लिखा, राकेश टिकैत जी पूरा भारत को आपसे उम्मीद है और हर भारतीय आपके के तरफ उम्मीद भरी निगाह से देख रहा है। @ap2tweets ने लिखा, ‘ जब मोदी जी ने कह दिया है कि हमारा पूरा देश फसल बिक्री के लिए खुला है तो अब भारत का किसान अपनी फसल दिल्ली में मोदी जी के घर और पार्लिमेंट के बाहर बेचेगा ,देश देखेगा कि किसानों को क्या फायदा होता है?’
सरकारी दफ्तरों के गल्ला मंडी बनाने की बात टिकैत ने ट्विटर पर लिखी थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह के रिएक्शन देने लगे। @Pandey_Nishikant नाम के यूजर ने लिखा, ‘कुछ ज्यादा ही गलतफहमी में हों टिकैत भाऊ……. ऐसा भूलकर न करना नहीं तो अबकी बार हिसाब-किताब जनता ही करेगी जिसका परिणाम भयंकर से भी भयंकर होगा! वैसे पूरे देश मे कितने सरकारी दफ्तर होंगे और कितने लोग चाहिए होंगे गल्ला मंडी बनाने हेतु?’
@kirtidev6_dev ने कहास बॉर्डर से हटाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी।गिने -चुने तथाकथित किसान बचे हैं वहाँ, वो भी निकल लेंगे। सिर्फ़ आप ही अपनी ढ़फली बजाते रह जाओगे।
