भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा ने कहा है कि देश में बीजेपी की सरकार नहीं है, कंपनियों की सरकार है। पत्रकारों द्वारा जब उनसे पूछा गया कि आप बीजेपी के खिलाफ कुछ भी नहीं बोलते हैं तो उन्होंने कहा कि देश में बीजेपी की सरकार नहीं है, कंपनियों की सरकार है। भाजपा वाले तो हमारे साथ हैं, वो लोग तो राशन-पानी, कंबल भेज रहे हैं हमें।

टिकैत से जब पत्रकार ने पूछा कि क्या बीजेपी वाले आंदोलन में आपके साथ हैं तो उन्होंने कहा कि कभी आओ मैं आप को भी दिखाता हूं। विपक्ष वाले भी हमारे साथ हैं। साथ ही उन्होंने चुनावी राज्यों के मतदाताओं से अपील किया कि इस सरकार को वोट मत देना। इन्होंने पूरे देश को लूट लिया है। ये सरकार किसी पार्टी की नहीं है ये सरकार कंपनियों की है। कौन इनकी जांच करेगा? गोदाम बन गया पहले, कानून आया बाद में।

जयंत चौधरी को लेकर पूछे गए सवाल पर टिकैत ने कहा कि हमारा क्या मतलब है उनसे? राजनीति करने वालों से हमारा क्या मतलब है? जब उनसे पूछा गया कि क्या जयंत चौधरी राजनीति कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि हर कोई कर सकता है राजनीति लेकिन क्या उनकी सरकार है? वो तो अभी विपक्ष में हैं।

गौरतलब है कि किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। पिछले लगभग 100 से अधिक दिनों से किसान दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। सरकार के साथ 11 दौर की वार्ता के बाद भी दोनों पक्ष के बीच कोई फैसला नहीं हो पाया। जिसके बाद से सरकार और किसानों के बीच डेडलॉक जारी है। दोनों ही पक्षों के बीच अंतिम बार वार्ता 22 जनवरी को हुई थी।

हाल के दिनों में किसानों की तरफ से सरकार पर दबाव बनाने के लिए चुनावी राज्यों में भी महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। हाल ही में राकेश टिकैत ने भी बंगाल में किसानों को संबोधित करते हुए बीजेपी को वोट न देने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि संयुक्त किसान मोर्चा ने जिस दिन तय कर लिया उस दिन संसद के सामने एक मंडी खुल जाएगी। उन्होंने कहा था कि फिर ट्रैक्टर दिल्ली में घुसेंगे। हमारे पास साढ़े तीन लाख ट्रैक्टर हैं और 25 लाख किसान हैं।