भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होने कहा है कि बिना इलाज के ‘रस’ देने वाली नहीं है दिल्ली। साथ ही उन्होने कहा कि सरकार ने जाति और धर्म में बांट दिया है समाज को। उन्होंने राजस्थान के किसानों से आह्वान किया कि जब बताया जाएगा तब आपको ट्रैक्टर लेकर दिल्ली की तरफ चलना पड़ेगा।
बीकेयू नेता ने कहा कि अपनी फसल को संसद और विधानसभा में बेचनी पड़ेगी। प्रधानमंत्री ने कहा है कि अपनी फसल को कहीं भी बेच सकते हो। हम कहीं पर भी बेच कर इन्हें दिखाएंगे। मंडी के बाहर बेच कर दिखाएंगे। भारत सरकार के दाम पर बेच कर दिखाएंगे। पार्लियामेंट में बेच कर इन्हें दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि पार्लियामेंट से बेहतर मंडी नहीं हो सकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदर फिर से ट्रैक्टर जाएंगे।
राजस्थान के किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आपकी जिम्मेदारी है कि आप राजस्थान की तरफ से दिल्ली का घेराव करो। उन्होने किसानों से कहा कि देश में आंदोलन शुरू हो चुके हैं आपको जागना पड़ेगा, इस लड़ाई में युवाओं की जिम्मेदारी अधिक है।
बताते चलें कि इससे पहले टिकैत ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि एमएसपी था, एमएसपी है और एमएसपी रहेगा। ये बात 10 दिन में पता चल जाएगा, किसान का गेहूं आने वाला है। गेहूं लेकर डीएम,एसडीएम, थाने पर और एक-दो न्यूज चैनल के बाहर किसान जाएंगे। जो न्यूज चैनल वाले कहते हैं कि एमएसपी है उनके बाहर भी किसान गेहूं लेकर जाएंगे। ट्रोली खड़ी कर के कहेंगे ये रेट है भाई खरीद लो।
राकेश टिकैत ने कहा था कि वो देश भर में जा कर किसानों को आंदोलन के लिए एकजुट करेंगे। सरकार सबकुछ बेच रही है उसे रोकना तो पड़ेगा। देश का किसान बर्बाद हो रहा है। सरकार ने रेलवे को बेच दिया। बैंक को बेच दिया है। युवाओं के पास रोजगार नहीं है।
गौरतलब है कि किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। पिछले लगभग 115 दिनों से किसान दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। सरकार के साथ 11 दौर की वार्ता के बाद भी दोनों पक्ष के बीच कोई फैसला नहीं हो पाया। जिसके बाद से सरकार और किसानों के बीच डेडलॉक जारी है। दोनों ही पक्षों के बीच अंतिम बार वार्ता 22 जनवरी को हुई थी।