राज्यसभा सचिवालय ने फैसला किया है कि विभिन्न सांसदों द्वारा कई ट्रेन टिकट बुक कराने और फिर उन्हें कैंसिल नहीं कराने पर इसका पैसा सांसदों से वसूला जाएगा। दरअसल कई बार विभिन्न सांसद एक ही दिन में विभिन्न ट्रेनों में अलग अलग गंतव्य से टिकट की बुकिंग करा लेते हैं। चूंकि वह एक ही ट्रेन से यात्रा करते हैं और बाकी टिकट कैंसिल भी नहीं कराते हैं। जिसके चलते कैंसिल नहीं कराए गए टिकटों का पैसा रेलवे, राज्यसभा सचिवालय से लेता है। अब राज्यसभा सचिवालय ने इस फिजूलखर्ची को रोकने के लिए सांसदों पर ही इसकी जिम्मेदारी डाल दी है।

रेलवे में जहां बड़ी संख्या में लोगों के यात्रा करने के कारण टिकटों की मारामारी रहती है, ऐसे में सांसदों द्वारा टिकटों को बुक कराकर उन्हें कैंसिल नहीं करने से जहां जनता का पैसा बर्बाद होता है, वहीं यात्रियों को भी सीटों का नुकसान उठाना पड़ता है। यही वजह है कि राज्यसभा सचिवालय ने अब सांसदों से ही कैंसिल टिकट के पैसे वसूलने का फैसला किया है, ताकि भविष्य में सांसद इसका ध्यान रखें।

द इंडियन एक्सप्रेस में छपे दिल्ली कॉन्फिडेंशियल लेख के अनुसार, सचिवालय ने सांसदों से आग्रह किया है कि वे जिन टिकटों पर एडवांस बुकिंग के बाद यात्रा नहीं कर रहे हैं, उन्हें समय से कैंसिल करा दें, ताकि राज्यसभा के बजट पर पड़ने वाले बेवजह के बोझ को टाला जा सके।

बता दें कि प्रत्येक सांसद को नियमों के अनुसार, किसी भी समय फर्स्ट क्लास एयर कंडीशन या एग्जीक्यूटिव क्लास में यात्रा के लिए मुफ्त टिकट या पास की सुविधा मिली हुई है। इसके साथ ही सांसद के एक सहायक को भी सेकेंड एसी क्लास में एक टिकट की सुविधा मुफ्त मिलती है।