राज्यसभा की 11 सीटों के नतीजे सोमवार को घोषित हो गए। इन 11 में से 9 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है। इसके साथ ही राज्यसभा में भाजपा की स्थिति और मजबूत हो गई है। बता दें कि भाजपा के राज्यसभा में सांसदों की संख्या बढ़कर 92 हो गई है। वहीं कांग्रेस सांसदों की संख्या 40 रह गई है। बहुमत के आंकड़े की बात करें तो भाजपा को अकेले दम पर उच्च सदन में बहुमत पाने के लिए अभी 31 और सांसदों की जरुरत है।
राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा 123 है। भाजपा के साथ उसके एनडीए के सहयोगियों को भी मिला दें तो सत्ताधारी पार्टी का उच्च सदन में आंकड़ा 98 हो गया है। एआईएडीएमके के 9 राज्यसभा सांसदों को मिलाकर यह संख्या 110 हो जाएगी। कर्नाटक में भाजपा सांसद अशोक गस्ती के निधन से खाली हुई सीट पर एक दिसंबर को चुनाव कराए जाएंगे, जिसमें भाजपा उम्मीदवार की जीत लगभग तय है।
इस तरह संसद के शीतकालीन सत्र से पहले ही एनडीए की उच्च सदन में मौजूदगी और मजबूत हो जाएगी। सोमवार को जो नतीजे घोषित किए गए हैं उनके मुताबिक यूपी में 8 और उत्तराखंड में एक सीट पर भाजपा उम्मीदवार को जीत हासिल हुई है।
वहीं यूपी में बसपा और सपा को एक-एक सीट पर जीत हासिल हुई है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया और राज बब्बर का कार्यकाल भी 25 नवंबर को समाप्त हो रहा है। इस तरह कांग्रेस सांसदों की उच्च सदन में संख्या और घटकर 38 पर आ जाएगी।
यूपी से भाजपा के जो आठ सांसद चुने गए हैं, उनमें केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, नीरज शेखर, अरुण सिंह, गीता शाक्य, हरिद्वार दूबे, बृजलाल, बीएल वर्मा और सीमा द्विवेदी का नाम शामिल है। वहीं उत्तराखंड से पार्टी उम्मीदवार नरेश बंसल को निर्विरोध जीत मिली है।
यूपी से बसपा के रामजी लाल गौतम और सपा के रामगोपाल यादव भी निर्विरोध चुनाव जीतकर राज्यसभा पहुंचे हैं। वहीं सपा के समर्थन से निर्दलीय नामांकन करने वाले प्रकाश बजाज ने हाईकोर्ट का रुख किया है। बता दें कि प्रकाश बजाज का नामांकन रद्द हो गया था। प्रकाश बजाज का आरोप है कि उनका नामांकन साजिश के तहत रद्द किया गया है।