मध्य प्रदेश में सियासी खींचतान के बीच अब गुजरात में कांग्रेस को टूट का डर है। ऐसे में एहतियात के तौर पर राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अपने विधायकों को जयपुर भेज रही है।

एबीपी न्यूज के मुताबिक कांग्रेस अपने 20 विधायकों को जयपुर रवाना कर दिए गए। नार्थ ईस्ट और संट्रेल गुजरात के विधायकों को उदयपुर शिफ्ट किया जा रहा है। वहीं बाकि विधयकों को जयपुर शिफ्ट किया गया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के 15 सीनियर विधायकों को गुजरात में ही रहने को कहा गया है क्योंकि वहां विधानसभा सत्र चल रहा है।

इसके अलावा खबर यह भी है कि मध्यप्रदेश के पहले से विधायक जयपुर में हैं उन्हें रविवार को भोपाल लाया जाएगा। कांग्रेस ने यह कदम तब उठाया है जब राज्यसभा चुनाव होने हैं। कहा जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग से बचने के लिए ऐसा कांग्रेस ने यह कदम उठाया है।

क्या है गुजरात का गणित:  दरअसल गुजरात में 180 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 103 सीटें बीजेपी के पास हैं।  इसके अलावा एनसीपी के एक और बीटीपी के दो विधायकों का समर्थन बीजेपी को प्राप्त है। ऐसे में उसके पास कुल 106 विधायकों का समर्थन है। वहीं, कांग्रेस के पास 73 विधायक हैं। निर्दलीय जिग्नेश मेवाणी के समर्थन से कांग्रेस के विधायकों की संख्या 74 हो गई है।

राज्य की एक राज्यसभा सीट जीतने के लिए  37 वोट की जरूरत होगी। ऐसे में भाजपा को दो और कांग्रेस को एक सीट आसानी से हासिल हो जाएगी लेकिन चौथी सीट पर का फैसला दूसरी वरीयता के वोट से होगा। भाजपा तीन सीट जीतने का दावा कर रही है। यही कारण है जिसके चलते कांग्रेस को डर है कि कहीं विधायक टूट ना जाएं और राज्यसभा में एक और सीट हासिल करने से कांग्रेस दूर ना रह जाए।