लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद मोदी सरकार 3.0 का गठन हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार मंत्रिमंडल में कई नए नेताओं को शामिल किया है लेकिन बड़े मंत्रालयों की जिम्मेदारी पुराने चेहरों को ही दी गई है। हालांकि फिर भी इस बार नरेंद्र मोदी की पिछली दो सरकारों की अपेक्षा एक बदलाव काफी ज्यादा नजर आ रहा है। यह बदलाव जुड़ा है बीजेपी के सीनियर नेता और डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह से।

राजनाथ सिंह नरेंद्र मोदी की पहली सरकार में देश के गृह मंत्री थे। उन्हें मोदी सरकार 2.0 में डिफेंस मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। कई लोगों का मानना था कि पीएम नरेंद्र मोदी ने उनके कद को कम किया। इस बार भी उन्हें फिर से रक्षा मंत्रालय दिया गया है लेकिन साथ ही उन्हें एनडीए के घटक दलों से तालमेल की जिम्मेदारी भी दी गई है।

बीजेपी नेता राजनाथ सिंह एनडीए सहयोगियों के साथ समन्वय के लिए प्रमुख व्यक्ति के रूप में उभरे हैं। सभी सियासी दलों के नेताओं के साथ  मधुर संबंधों के लिए पहचाने जाने वाले राजनाथ सिंह को पार्टी ने सहयोगियों के साथ पेचीदा मसलों को उठाने और आम सहमति बनाने का काम सौंपा है। मोदी सरकार 3.0 के गठन के बाद डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह के आवास – 17, अकबर रोड पर एनडीए के सहयोगी दलों के साथ दो बैठकें हो चुकी हैं।

राजनाथ सिंह से जुड़ी खास बातें

  1. राजनाथ सिंह को नब्बे और उसके बाद के दशकों में यूपी में बीजेपी के संगठन विस्तार करने का श्रेय दिया जाता है। फिजिक्स के प्रोफेसर से मोदी सरकार 3.0 रक्षा मंत्री तक का महत्वपूर्ण सफर तय करने वाले राजनाथ बीजेपी के ऐसे मजबूत स्तंभ हैं जिनकी पहचान कुशल प्रशासक और राजनीतिक शुचिता का सम्मान करने वाले परिपक्व नेता के रूप में होती है।
  2. यूपी के चंदौली जिले से संबंध रखने वाले राजनाथ सिंह को बीजेपी के उदारवादी चेहरे के रूप में पहचाना जाता है। मधुरभाषी और नपा तुला बोलने वाले राजनाथ सिंह प्रतिद्वंद्वियों पर कमोबेश निजी हमले करने से परहेज करते हैं।
  3. बीजेपी में राजनाथ सिंह के कद का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लाल कृष्ण आडवाणी के बाद वह ऐसे नेता हैं जिन्होंने दो अलग-अलग कार्यकाल के लिए बीजेपी का अध्यक्ष पद संभाला। राजनाथ सिंह के अध्यक्ष रहते ही पहली बार प्रधानमंत्री पद के लिए नरेन्द्र मोदी के नाम पर मुहर लगी थी।
  4. साल 1991 में जब यूपी में बीजेपी की सरकार बनी तो राजनाथ को शिक्षा मंत्री बनाया गया। साल 1994 में वह राज्यसभा भेजे गए और 1997 में उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष बनाए गए। राजनाथ सिंह 20 अक्‍टूबर 2000 को उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री बने। वह दो साल से भी कम समय का रहा। इसके बाद उन्हें वाजपेयी सरकार में राजनाथ सिंह को भूतल परिवहन और कृषि मंत्री बनाया गया।
  5. राजनाथ सिंह साल 2009 में पहली बार गाजियाबाद से सांसद बने। इसके बाद वह साल 2014, 2019 और 2024 मेें लखनऊ से सांसद चुने गए। रक्षा मंत्री के तौर पर वह राफेल विमान की पहली खेप लेने के लिए 2020 में जब फ्रांस गए थे और उन्होंने इस विमान की पूजा की थी तो वह काफी चर्चा में रहे थे।