कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कहा है कि वह शिलॉन्ग में ज्यादा दिन नहीं रुक सकते हैं। उन्होंने इसके पीछे सरस्वती पूजा और बोर्ड एग्जाम का हवाला दिया। स्पष्ट करते हुए बोले, “सरस्वती पूजा और बोर्ड परीक्षाओं के कारण मुझे कोलकाता लौटना है, लिहाजा मैं शिलॉन्ग में अधिक समय नहीं बिता सकता।”
सूत्रों की मानें तो कोलकाता पुलिस कमिश्नर के कानूनी सलाहकार ने शनिवार को सीबीआई से दरख्वास्त की कि वह पूछताछ के दौरान मौजूद तो रहना चाहते हैं, पर वह अधिक दिन शिलॉन्ग में नहीं रह सकते। 10 फरवरी को बसंत पंचमी है, जबकि 12 तारीख से बोर्ड परीक्षाएं शुरू होंगी, लिहाजा वह शिलॉन्ग में और नहीं रुक पाएंगे। हालांकि, अभी तक इस पर सीबीआई का जवाब नहीं आया है।
सारधा चिट फंड घोटाला मामले में शनिवार को कोलकाता पुलिस कमिश्नर से शिलॉन्ग स्थित दफ्तर में पूछताछ शुरू कर दी। समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से कहा गया- कुमार, उनके वकील विश्वजीत देब और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जावेद शमीम तथा मुरलीधर शर्मा पूर्वाह्न 11 बजे जांच एजेंसी के कार्यालय पहुंचे, जहां सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए।
उन्होंने बताया कि कुमार के वकील और दो आईपीएस अधिकारियों को 30 मिनट के अंदर ही सीबीआई कार्यालय से बाहर जाने को कह दिया गया। मेघालय की राजधानी में ओकलैंड इलाका स्थित अति सुरक्षा वाले सीबीआई कार्यालय में कुमार से पूछताछ की जा रही है। यहां सीबीआई के तीन वरिष्ठ अधिकारी दिल्ली से शुक्रवार को पहुंचे थे।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कोलकाता पुलिस प्रमुख को सीबीआई के समक्ष पेश होने और सारदा चिट फंड घोटाले से उपजे मामलों की जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया था। साथ ही, न्यायालय ने यह भी स्पष्ट कर दिया था कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाए।