सोशल मीडिया पर वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई एक बार फिर ट्रोल्स के निशाने पर हैं। राजधानी दिल्ली के उत्तर-पूर्वी हिस्से में हुई हिंसा की घटनाओं पर राजदीप ने एक ट्वीट किया था जिसके बाद उन्हें ट्रोल किया जा रहा है। दरअसल इन दंगों में इंटेलिजेंस ब्यूरो में काम करने वाले अंकित शर्मा नाम के एक शख़्स की हत्या कर दी गई है। अंकित के परिवार वालों ने उनकी हत्या का आरोप आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन पर लगाया है। जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोग ताहिर हुसैन को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। इसपर राजदीप ने एक ट्वीट कर लिखा जिसके बाद वे ट्रोल होने लगे।
राजदीप ने ट्वीट किया “दंगों में अबतक 35 लोग मारे जा चुके हैं। लेकिन राइट विंग इंटरनेट आर्मी जो सिर्फ अंकित शर्मा की मौत से मतलब है क्योंकि उसका आरोप आप पार्षद ताहिर हुसैन पर है।” उन्होने आगे लिखा “जिस दिन हम दंगों में हिन्दू – मुस्लिम छोड़ निर्दोष पीड़ित के लिए न्याय की मांग करने लगेंगे, उस दिन हम एक ‘नए’ बेहतर भारत का निर्माण करेंगे!” इसपर लोग भड़क गए। एक यूजर ने लिखा “राजदीप कपिल मिश्रा को गिरफ्तार करने की बात कर रहे थे। लेकिन जब अब कातिल मिल गया तो ऐसे ट्वीट कर रहे हैं।” एक यूजर ने लिखा “जब तक आप इस धरती पर है इस देश को कोई नहीं बना शकता, हम तो सब कुछ देख रहे हैं, आप आप के मतलब का देखते हैं ,लेकिन तसल्ली ये है के कीडे पडेंगे आप को।
35 people have died in riots till now; but for RW Internet army, only Ankit Sharma matters because needle of suspicion is on AAP councillor, Tahir Hussain. The day we seek justice for each and every innocent victim of riots, Hindu or Muslim, we will build a ‘new’ better India!
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) February 27, 2020
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ये पहली बार नहीं है जब राजदीप को इस तरह से सोशल मीडिया पर ट्रोल होना पड़ा है। इससे पहले दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों के दौरान टीवी स्टुडियो में नाचने के लिए ट्रोल हुए थे। बता दें इस हिंसा में अबतक 34 लोग मारे जा चुके हैं। दिल्ली पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में 18 एफआईआर दर्ज की हैं और 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक हिंसा पहले से प्लान की गई थी और इसकी शुरुआत सोमवार सुबह हुई।
एजेंसी ने अपने सूत्रों के हवाले से कहा “पुलिस द्वारा जब्त किए गए फ़ोनों से पता चला कि पूरी प्लानिंग के साथ हिंसा के लिए भीड़ जुटाई गई थी। व्हाट्सअप चैट में मौजपुर, बाबरपुर, चांद बाग और कर्दमपुरी में फेकने के लिए पत्थर लाने कहा गया है। इसके अलावा लोगों को भड़काने के लिए नफरत भरे भाषण और अफवाह का इस्तेमाल किया गया है। चैट में हमलों की योजना पर चर्चा भी की गई है।”