राजस्थान के टोंक में दशहरे के जुलूस पर पथराव के बाद सांप्रदायिक तनाव भड़क गया। इसके बाद पुलिस ने टोंक के मलपुर में कर्फ्यू लगा दिया। इसके साथ ही वहां इंटरनेट सेवा पर भी रोक लगा दी गई।

मलपुरा के एसएचओ दलपत सिंह राठौर के अनुसार दशहरा की शोभायात्रा सादत मोहल्ला से गुजर रही थी। इस बीच कुछ लोगों जिनमें अधिकतर नाबालिग शामिल थे, ने जुलूस पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। एसएचओ ने कहा कि हमने स्थिति को नियंत्रण करने की कोशिश की लेकिन यह सांप्रदायिक तनाव के रूप में बदल गया।

घटना के बाद स्थानीय भाजपा विधायक कन्हैया लाल और उनके समर्थक दशहरा ग्राउंड में धरने पर बैठ गए। ये लोग आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही एसडीएम को हटाए जाने की मांग कर रहे हैं। विधायक ने आरोप लगाया कि यात्रा के लिए सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध नहीं किए गए थे।

राठौर ने कहा कि वे लोग एफआईआर दर्ज करने और दोषियों को गिरफ्तार किए जाने की मांग कर रहे हैं। हमने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज के जरिये दोषियों की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। दूसरी तरफ यूपी के बलरामपुर में मंगलवार को दुर्गाजी की मूर्ति विसर्जन के दौरान भी कथित रूप से पत्थरबाजी की घटना सामने आई है।

घटना उस समय हुई जब मूर्ति विसर्जन के लिए यात्रा अन्य समुदाय के इलाके से गुजर रही थी। सूत्रों ने कहा कि जुलूस के दौरान तेज साउंड में म्यूजिक बजाने के विरोध में यह पत्थरबाजी हुई। पुलिस का दावा है कि यात्रा के शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए पुलिस टीम की तैनाती कर दी गई और स्थिति नियंत्रण में है। डीआईजी (देवीपाटन रेंज) राकेश सिंह ने कहा कि धार्मिक स्थल के पास से गुजरने के दौरान म्यूजिक को बंद करना चाहिए था लेकिन डीजे वाली गाड़ी धार्मिक स्थल के बिल्कुल करीब पहुंच गई।

जब यह यात्रा हरकड़ी गांव के करीब से गुजरी तो घरों की छतों से पर से इसपर पत्थरबाजी की गई। पत्थरबाजी में चार लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने पत्थरबाजी के मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। एसपी ने कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए इलाके में पुलिस की तैनाती कर दी है।