राजस्थान में कांग्रेस की गहलोत सरकार के खिलाफ उन्हीं के पूर्व मंत्री खुलकर सामने आ गये हैं। पार्टी के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि अच्छा होगा कि सभी मंत्रियों का एक बार नार्को टेस्ट करा लिया जाए। इससे यह पता चल जाएगा कि कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ बोल रहा है। अभी तक गहलोत सरकार के लिए सचिन पायलट ही मुसीबत साबित हो रहे थे, अब उन्हीं के पूर्व मंत्री भी संकट खड़ा कर दिये हैं।
पीटीआई के साथ इंटरव्यू राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि वह गहलोत एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच कथित झगड़े में पायलट का पक्ष लिये थे। गुढ़ा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट को ‘निकम्मा’, ‘नकारा’ और ‘गद्दार’ कहने के लिए गहलोत पर निशाना साधा। गुढ़ा ने कहा, ‘पायलट के पिता राजेश पायलट ने कांग्रेस के लिए बरसों से काम किया। 20 साल से सचिन पायलट भी पार्टी के लिए काम कर रहे हैं।’

राजेंद्र गुढ़ा ने कहा- सचिन ने 21 सीटों से पार्टी को 99 सीटों पर लाये थे

कांग्रेस विधायक ने 2018 में पार्टी के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा, “जो (पायलट) पार्टी को 21 सीटों से 99 सीटों पर ले आया, वह ‘निकम्मा’ तो नहीं हो सकता।” गुढ़ा ने एक तरह से गहलोत पर कटाक्ष करते हुए कहा, ”अगर कोई व्यक्ति 200 में से 21 अंक (सीटें) लेकर आए क्या उस व्यक्ति को कर्मठ बोलेंगे” उल्लेखनीय है कि गुढ़ा ने सोमवार को विधानसभा में ‘लाल डायरी’ को लेकर हंगामा किया और उसके बाद ‘धक्का-मुक्की व असहज’ दृश्यों के बाद उन्हें विधानसभा से निलंबित कर दिया गया था।

गहलौत सरकार का विरोध किया तो बर्खास्त कर दिये गये

इससे पहले महिलाओं के खिलाफ अपराध के मुद्दे पर विधानसभा में अपनी ही पार्टी की सरकार को घेरने के कुछ घंटों बाद, शुक्रवार की शाम को उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद से गुढा गहलोत पर निशाना साध रहे हैं। गुढ़ा के पास सैनिक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा, पंचायती राज और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री का कार्यभार था।

पूर्व मंत्री ने मंगलवार को यह भी दावा किया कि वह इस डायरी को विधानसभा के पटल पर रखना चाहते थे। उन्होंने कहा, ‘नार्को टेस्ट एक वैज्ञानिक और विश्वसनीय टेस्ट है। दुनिया भर की एजेंसियां इसे सही मानती हैं। यहां तक कि न्यायपालिका भी इसे स्वीकार करती है। मैं कह रहा हूं कि मंत्रिपरिषद सदस्यों का नार्को टेस्ट करवा लिया जाए, मेरा भी करवा लिया जाए तो ये दुष्कर्म एवं भ्रष्टाचार की बाते हैं… कौन झूठ बोल रहा है, कौन सच बोल रहा है, सब कुछ सामने आ जाएगा।’

यह पूछे जाने पर कि क्या डायरी में सिर्फ एक मंत्री या कई मंत्रियों का जिक्र है, गुढ़ा ने कहा, “यहां कांग्रेस की सरकार नहीं है, गहलोत की सरकार है। वह गृह मंत्री, वित्त मंत्री और मुख्यमंत्री हैं। साथ ही, पीसीसी प्रमुख और राज्य कांग्रेस प्रभारी उनकी जेब में हैं। सारा सिस्टम आल इन वन है। एक आदमी ही सिस्टम है, उसको उस डायरी से बहुत खतरा था।’’