राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हार्ट की आर्टरी में आए ब्लॉकेज के बाद उनकी एंजियोप्लास्टी हुई है। ऐसे में उन्हें डॉक्टरों ने सलाह दी कि वो अपनी जीवन-शैली में बदलाव लाएं। उन्हें अच्छी फिल्में देखने की सलाह भी दी गई है। इस पर अमल करते हुए अशोक गहलोत इन दिनों अच्छी फिल्में देख रहे हैं। बालिका दिवस के मौके पर इसका जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने बताया कि, आमतौर पर वो फिल्में नहीं देखते है, लेकिन करीब 20 से 25 साल बाद उन्होंने ‘मदर इंडिया’ फिल्म देखी।
बताई मदर इंडिया फिल्म की कहानी: बालिका दिवस पर हुए एक वर्चुअल कार्यक्रम में उन्होंने बताया कि, मदर इंडिया फिल्म में ‘नन्हें हाथ कलम के साथ’ का नारा बहुत ही मार्मिक है। इस दौरान उन्होंने मदर इंडिया फिल्म की स्टोरी भी बताई। उन्होंने कहा कि, पहले जमाने में साहूकार किसानों को लूटते थे। ब्याज पर पैसा देने के नाम पर किसानों से अधिक कर्ज वसूल कर लेते थे। तब भी कर्जा चलता रहता था। इसे चुकाने में पूरा परिवार बर्बाद हो जाता था।
शिक्षा पर जोर: सीएम गहलोत ने फिल्म में दिखाए गए शिक्षा के महत्व के संदेश पर कहा कि, इस फिल्म में हीरो सुनील दत्त का परिवार भी कर्ज के चलते लुट रहा था। इसी दौरान फिल्म के हीरो को स्कूल में पढ़ने के लिए भेजा गया, जिसका उद्देश्य यह था कि उसे साहूकार वाला हिसाब समझ में आ सके। उन्होंने कहा कि फिल्म में संदेश दिया गया है कि पढ़ने-लिखने से कोई लूट नहीं पाता। इसलिए शिक्षा पर जोर देना बहुत जरूरी है।
सकारात्मक सोच का दिल से रिश्ता: बता दें कि इसी साल 27 अगस्त को सीएम अशोक गहलोत की हार्ट में ब्लॉकेज के चलते एसएमएस अस्पताल में एंजियोप्लास्टी की गई थी। ऐसे में डॉक्टरों ने उन्हें स्वास्थ्य लाभ लेने की सलाह दी थी। फिलहाल सीएम गहलोत अब राजनीतिक कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं। हालांकि उनकी सेहत को लेकर डॉक्टर अभी भी नजर बनाए हुए हैं। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि, मनोरंजन और पॉजिटिव थिंकिंग से दिल की सेहत पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। अच्छी फिल्में भी इसका अच्छा साधन है।