देश के कई राज्यों ने एक बार फिर तेज बारिश का दौर देखना शुरू कर दिया है। कुछ दिनों से लगातार दिल्ली में यमुना का जलस्तर कम हो रहा था, सड़कों पर जलभराव वाली स्थिति भी सुधरी थी, लेकिन एक बार फिर अब वहीं यमुना डरा रही है। यमुना का स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। गुजरात के कई इलाकों में भीषण बारिश देखने को मिल रही है। गाड़ियों के पानी में तैरने के वीडियो वायरल हो गए हैं। इसी तरह महाराष्ट्र में बरसात ने जीवन-अस्त-व्यस्त करना शुरू कर दिया है। पालघर में तो दो लोगों की मौत भी हो गई है।

गुजरात में बारिश का कहर

गुजरात के जूनागढ़ में बारिश ने सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। बताया जा रहा है कि 1983 के बाद पहली बार इतनी बारिश हुई है। आलम ये हुआ है कि सिर्फ जलभराव देखने को नहीं मिल रहा है, सड़कों पर सैलाब आ गया है। कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें गाड़ियां सड़कों पर तैर रही हैं। इस समय क्योंकि कालवा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है, उस वजह से भी जमीन पर स्थिति ज्यादा विस्फोटक है।

इस समय गुजरात के जूनागढ़, राजकोट, पोरबंदर, भावनगर, जामनगर, गिर सोमनाथ जैसे इलाकों में पिछले एक हफ्ते से लगातार तेज बारिश जारी है। जगह-जगह पानी भर चुका है, लोगों का बाहर निकलना मुश्किल है। कृष्ण भूमि द्वारका में भी इंद्र देव ने अपना रौद्र रूप दिखाया है। हालात ऐसे चल रहे हैं कि कई इलाकों में दो से तीन फुट तक पानी भर चुका है। अभी के लिए मौसम विभाग ने गुजरात को लेकर कोई राहत वाली खबर नहीं दी है। कहा गया है कि राज्य के कोस्टल इलाकों में अगले तीन-चार दिनों तक भारी बारिश का अनुमान है। रेड अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।

महाराष्ट्र में हालात बने विस्फोटक

अब गुजारत में हालात खराब हैं तो उससे सटे महाराष्ट्र में भी बारिश ने कहर मचा रखा है। रायगढ़ में 25 लोगों की जमीन खिसकने से मौत हो चुकी है। मुंबई में लगातार हो रही बरसात सड़कों पर गाड़ियों की रफ्तार पर ब्रेक लग दिया है। बांद्रा, कुरला और अंधेरी जैसे इलाकों में तो घरों तक में पानी घुस चुका है। कई वीडियो सामने आए हैं जिसमें लोग अपनी चीजों को पानी से बचाने की जुगत में लगे हैं। इसी तरह पूर्वी महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में भी बारिश से स्थिति विस्फोटक बन गई है।

बताया जा रहा है कि वहां पर अभी 45 लोग फंसे हुए हैं जिन्हें निकालने का काम किया जा रहा है। अब एक तरफ ऐसे हादसे हो रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि अगले तीन दिन भी बारिश से कोई राहत नहीं मिलने वाली है। मध्य महाराष्ट्र के इलाकों में तो तेज बारिश का आसार जताया गया है।

उत्तराखंड में 250 सड़कें बंद

अब मैदानी इलाकों में बारिश से हाल बेहाल है तो वहीं दूसरी तरफ पहाड़ी इलाकों में भी तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। उत्तराखंड के पुरोला गांव में बादल फटने से बाढ़ की स्थिति बन गई है। कई मकानों को नुकसान पहुंचा है। इसी तरह भूस्खलन की वजह से 250 नेशनल हाईवें और सड़कें बंद बताई जा रही हैं। इस समय यमुनोत्री हाईवे भी बंद करना पड़ गया है, भारी मलबा आने की वजह से कई वाहन वहां फंस गए थे।

राजधानी दिल्ली की बात करें तो वहां भी एक बार फिर यमुना के जलस्तर से डराना शुरू कर दिया है। कई दिनों बाद फिर यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रह है। बताया जा रहा है कि हथिनीकुंड बैराज से जो पानी छोड़ा जा रहा है, उस वजह से यमुना का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। बारिश नहीं हुई है, लेकिन यमुना का स्तर फिर भी बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में भी ये जलस्तर और बढ़ सकता है।