Rahul Gandhi On Railway System: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रेलवे को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं। राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडस पर लिखा कि अगर हमारी ट्रेनें रुक जाएं, तो भारत थम जाएगा। भारत को ऐसी बेहतरीन रेल सुविधा चाहिए दो सभी लोगों के लिए हो।
राहुल गांधी ने पोस्ट करते हुए लिखा, ‘ इस दिवाली पर करोड़ों भारतीय अपने परिवार से मिलने रेल से यात्रा करेंगे। दैनिक यात्री हो या पर्यटक, शहरी हो या ग्रामीण, श्रमिक हो या उद्योगपति – रेलवे हर भारतीय की ज़िंदगी का एक बड़ा हिस्सा या आधार है। अगर हमारी ट्रेनें रुक जाएं, तो भारत थम जाएगा।’
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आगे लिखा कि भारत को ऐसी बेहतरीन रेल सुविधा चाहिए जो सभी लोगों के लिए हो। लेकिन आज बालासोर से बांद्रा तक, हमारी रेलवे व्यवस्था टूट रही है और यात्रियों की ज़रूरतों को पूरा करने में असमर्थ है। इस समय, जब लोगों की बात सुनी जानी चाहिए तब कोई सुनने वाला नहीं है।एक बेहतर भारत बनाने के लिए मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि आप अपनी आवाज उठाएं।
रााहुल गांधी ने कहा कि यदि आपको रेल व्यवस्था में कोई कमी दिखती है, या आपके पास सुधार के लिए कोई सुझाव है, तो कृपया अपने अनुभव हमारे साथ साझा करें: https://bit.ly/awaazbharatki आइए हम सब मिलकर अपने सपनों का भारत बनाएं। जय हिंद ।
वहीं कांग्रेस ने अपने एक्स हैंडल से न्यूज का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘ये रेलवे के ट्रैकमैन हैं, जो कई किलोमीटर पैदल चलकर ट्र्रैक की निगरानी करते हैं। इनके ऊपर लाखों यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है। लेकिन अफसोस कि इन्हें अपना काम करने के लिए बेहद घटिया क्वालिटी के जूते दिए जा रहे हैं। साफ है कि… ‘रील मंत्री’ को कर्मचारियों की सुविधा और यात्रियों की सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें बस रील बनानी है और मौज उड़ानी है।
इससे पहले राहुल गांधी ने बांद्रा में हुई घटना को लेकर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला था। कांग्रेस नेता एक्स पर लिखा था कि हाल ही में मुंबई के बांद्रा टर्मिनस स्टेशन पर हुई भगदड़, भारत के ढहते बुनियादी ढांचे की कड़ी में सबसे ताज़ा उदाहरण है।
राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा था कि उद्घाटन और प्रचार तभी अच्छे हैं जब उनके पीछे ऐसी बुनियाद हो जो जनता की सेवा के लिए असल में काम करे। जब सार्वजनिक संपत्ति के रख-रखाव के अभाव और उपेक्षा के कारण लोगों की जान जाने लगे और पुल, प्लेटफार्म या मूर्तियां रिबन काटने के साथ ही गिरने लगें, तो यह गंभीर चिंता का विषय है।
गांधी ने कहा कि हाल ही में मुंबई के बांद्रा टर्मिनस स्टेशन पर हुई भगदड़, भारत के ढहते बुनियादी ढांचे की कड़ी में सबसे ताज़ा उदाहरण है। पिछले साल जून में बालासोर ट्रेन हादसे में 300 लोगों की जान चली गई, लेकिन पीड़ितों को मुआवजा देने के बजाय भाजपा सरकार ने उन्हें लंबे कानूनी दांव-पेंच में उलझा दिया है।
राहुल गांधी ने कहा कि सोचिए ज़रा जब छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति तक मात्र 9 महीने में गिर जाती है, इसका साफ मतलब है इरादा सिर्फ प्रचार था – इसमें न ही शिवाजी महाराज का सम्मान था और न जनता की सुरक्षा का ध्यान। आज देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर के बुनियादी ढांचे की आवश्यकता है जो गरीबों की स्थानीय जरूरतों का भी ध्यान रखें – जो व्यापार को सरल, यात्रा को सुगम और लोगों को सुरक्षित रखे। भारत सक्षम है, समर्थ है – हमें बस ज़रूरत है प्रभावी और पारदर्शी सिस्टम की जिसका लक्ष्य जनसेवा हो और फोकस देश के मजबूत भविष्य की बुनियाद।